नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के विरोध में किसान आंदोलन (Farmers Protest) को समर्थन में हरियाणा के जींद (Jind) में बुधवार को आयोजित किसान महापंचायत में मंच टूट गया. महामंचायत में भारी भीड़ के बाद मंच टूटकर गिर गया.


राकेश टिकैत को आई हल्की चोट


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जिस वक्त मंच टूटा भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) समेत कई किसान नेता मंच पर मौजूद थे, जो गिर गए. किसानों को हल्की चोट लगी है. हालांकि इसके बावजूद राकेश टिकैत ने भाषण दिया और किसानों को संबोधित किया.


किसानों से कहा- अपना गुस्सा हमें दे दें


राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने किसान महापंचायत (Mahapanchayat) में कहा, 'हम खाप पंचायतों को मानने वाले हैं. न आफिस बदलेंगे, न मंच बदलेंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'राजा डरता है तो किले बंदी करता है. सरकार की हिम्मत नहीं जो कीलों से हमें रोक सके. युद्ध में घोड़े नहीं बदलते.' राकेश टिकैत ने किसानों से कहा, 'आपको दिल्ली जाने की जरुरत नहीं, अपना गुस्सा हमें दे दें.'


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70 दिनों से जारी है किसानों का प्रदर्शन


नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest) पिछले 70 दिनों से जारी है और किसान लगातार तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी दी जाए और तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द किया जाए.