Nirmala Sitharamans advice to banks: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि बैंकों को अपनी जरूरतों और अपेक्षाओं को समझकर ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है. उन्होंने 'एन्हांस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस-ईएएसई 5.0' की पेशकश के मौके पर कहा कि प्रौद्योगिकी पहल और मजबूत सुरक्षा तंत्र विकसित किए जाने चाहिए. 


ग्राहकों के साथ कर्मचारियों को आसानी


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'एन्हांस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस-ईएएसई 5.0' सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए एक साझा सुधार एजेंडा है, जिसका मकसद स्वच्छ और स्मार्ट बैंकिंग को बढ़ावा देना है. वित्त मंत्री ने कहा कि 'ईजनेक्स्ट' सुधारों से ग्राहकों के साथ ही कर्मचारियों को भी आसानी होनी चाहिए. 


इस स्थिति का फायदा उठाएं बैंक 


सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुखों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वित्तीय सेवा सचिव संजय मल्होत्रा ​​​​ने कहा कि सभी पीएसबी अब लाभदायक स्थिति में हैं और उनके पास मजबूत बैलेंस शीट हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह जरूरी है कि वे प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के अपनी इस स्थिति का फायदा उठाएं.


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आने वाले समय में डिजिटल तरीकों का महत्व बढ़ेगा


बता दें कि हाल ही में वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री सीतारमण ने डिजिटलीकरण के संदर्भ में सुरक्षा तंत्र की जरूरत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि साल 2020 और उसके बाद के दशकों में डिजिटल तरीकों का महत्व बढ़ता जाएगा. उन्होंने कहा क‍ि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) और राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (NFRA) को डिजिटलीकरण के लिहाज से वक्त से आगे रहना चाहिए, ताकि निष्पक्ष और जवाबदेह प्रथाओं को सुनिश्चित किया जा सके और प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग न हो. वित्त मंत्री ने निष्पक्ष, जवाबदेह और पारदर्शी कारोबारी प्रथाओं की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि सभी को इस तथ्य से अवगत होना होगा कि डिजिटलीकरण समाज के सभी पहलुओं में शामिल है. (इनपुट: भाषा)



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