राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जब तक भारत में हिंदू-मुसलमान एक हैं, बाहर की कोई भी ताकतें हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती. साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे तत्व भी हैं जो देश आगे बढ़ता नहीं देखना चाहते, बार-बार भारतीय समाज को निशाना बनाते हैं ताकि इसे बांटा जा सके. उनकी ये कोशिश लगातार चलती रहती है.


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नागपुर के जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के बाद मोहन भागवत ने कहा, 'राक्षसी ताकतें भारत के विकास में बाधा डालती हैं और आंतरिक कलह पैदा कर परेशान करने की कोशिश करती हैं.'


उन्होंने कहा कि कुछ देशों द्वारा अपने मतलब को सीधा करने के लिए अंग्रेजों की 'फूट डालो और राज करो' वाली नीति को लागू किया जा रहा है, लेकिन ये बाहरी ताकतें एकजुट भारत को हरा नहीं सकती हैं. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि बंगाल विभाजन के दौरान अंग्रेजों ने भी यही नीति अपनाई थी लेकिन वो पूर्ण रूप से विफल साबित हुए थे क्योंकि पूरा देश एक था. हालांकि, 1947 में उन्हें इस मनसूबे को पूरा करने में काबयाबी मिल गई.


उन्होंने कहा, 'जब तक हम एक हैं, तब तक दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो हमें पराजित कर सके. यही वजह है कि हमेशा बाहरी शक्तियां इस कोशिश में लगी रहती हैं.' उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमान वर्षों से यहां सुरक्षित रहे हैं. हम एक हैं. बंटवारा अंग्रेजों ने करवाया. उन्होंने ही देश में सांप्रदायिकता के बीज बोए.


संघ प्रमुख ने कहा कि अंग्रेजों ने मुसलमानों और हिंदुओं को एक दूसरे के खिलाफ भड़काया और कहा कि उन्हें एक दूसरे के साथ रहने पर कोई अधिकार नहीं मिलेंगे. इस तरह उन्होंने दोनों धर्मों के लोगों के मन में एक दूसरे के प्रति खतरा पैदा किया. उन्होंने कहा कि जब तक हम एकजुट हैं, दुनिया की कोई ताकत हमें हरा नहीं सकती.