Milind Deora: चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, `हाथ` छोड़ मिलिंद देवड़ा ने थामा शिवसेना का तीर-कमान
Maharashtra News: पूर्व कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में रविवार को शिवसेना का दामन थाम लिया है. देवरा दोपहर में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा पहुंचे और फिर शिवसेना में शामिल हुए. इससे पहले, देवड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस से अपने इस्तीफे का ऐलान किया.
Who is Milind Deora: पूर्व कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में रविवार को शिवसेना का दामन थाम लिया है. देवड़ा दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. देवरा दोपहर में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा पहुंचे और फिर शिवसेना में शामिल हुए. इससे पहले, देवड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस से अपने इस्तीफे का ऐलान किया.
उन्होंने कहा, 'मेरी राजनीतिक यात्रा का एक अहम चैप्टर आज खत्म हो गया. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है. मैं वर्षों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.'
शिवसेना यूबीटी ने किया था दावा
समझा जाता है कि शिवसेना (यूबीटी) के दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर दावा करने के बाद पिछले कुछ दिनों से देवड़ा असहज थे. वह इस सीट से सांसद रह चुके हैं. हालांकि, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर शिवसेना के अरविंद सावंत से उन्हें शिकस्त मिली थी. सावंत ठाकरे गुट में हैं.
ठाकरे की पार्टी, विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की साझेदार है. इससे पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा था कि एमवीए में इसे लेकर सहमति है कि मौजूदा सांसद को इस सीट से अलग नहीं किया जाए, जिसका मतलब है कि आगामी आम चुनावों में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट कांग्रेस के बजाय ठाकरे नीत शिवसेना के हिस्से में जाएगी.
देवड़ा पर क्या बोले संजय राउत
वहीं मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. राउत ने कहा, 'सावंत दो बार के सांसद हैं. उनके दोबारा चुनाव लड़ने में क्या गलत है? इस पर कोई समझौता नहीं होगा.' देवरा के कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर राउत ने कहा, 'हम मुरली देवरा को अच्छी तरह जानते थे कि पार्टी के लिए काम करना और उसके लिए त्याग करना क्या होता है? अगर लोग चुनाव लड़ने के लिए वाफदारी बदल लेते हैं, तो यह दर्शाता है कि राज्य में एक नया चलन शुरू हो गया है.' देवड़ा एक समय मुंबई कांग्रेस के प्रमुख भी रहे हैं और वह पार्टी के दिग्गज नेता दिवंगत मुरली देवरा के बेटे हैं.