Gujarat Election 2022: गुजरात इलेक्शन को लेकर क्या है भुज की जनता का मूड? चुनावी यात्रा में खुलकर बोले लोग
Gujarat Election 2022: गुजरात के विधानसभा चुनावों को लेकर Zee News की चुनावी यात्रा जारी है. इस सिलसिले में हमारी टीम ने भुज जिले के कोने-कोने में जाकर लोगों से उनका रुझान जानने की कोशिश की.
Bhuj assembly seat election 2022: गुजरात का कच्छ जिला हिंदुस्तान और पाकिस्तान बॉर्डर पर है. इस जिले का सबसे बड़ा शहर भुज है. जहां से पूरे जिले को संचालित किया जाता है. गुजरात की अपनी चुनावी यात्रा (Chunav Yatra Gujarat) के दौरान भुज में हम लोगों से मिले और उनकी राय जानी कि आगामी चुनाव में जनता की पहली पसंद कौन है. इस सिलसिले में हम सबसे पहले भुज के कपड़ा व्यापारियों की दुकानों पर पहुंचे. हमने यहां की दुकानों में मौजूद ग्राहकों से भी बातचीत की.
कपड़ा व्यापारियों की राय
भुज के कुछ दुकानदार सरकार द्वारा जीएसटी (GST) बढ़ाए जाने को लेकर नाराज हैं. उनका कहना है कि सरकार जीएसटी अगर कम करती है तो उन्हें व्यापार करने में आसानी होगी. जब हमने इनसे पूछा कि आगामी चुनाव में आपकी पसंद कौन है तो फौरन उनका जवाब आया बीजेपी. इस पर काउंटर करते हुए हमारा अगला सवाल था कि बीजेपी ने ही तो GST बढ़ाई है तो दुकानदारों ने कहा कि जीएसटी 18% से 20% भी हो जाएगी तो भी वो गुजरात की शान यानी नरेंद्र मोदी को ही जिताएंगे. इसी तरह से दुकान में मौजूद ग्राहकों का भी मानना है कि गुजरात का विकास बीजेपी लगातार कर रही है ऐसे में बीजेपी ही चुनकर आनी चाहिए.इसके अलावा अन्य दुकानदार मानते हैं कि भूकंप के बाद कच्छ और भुज का लगातार विकास हो रहा है ऐसे में विकास करने वाले ही जीतेंगे. यानी उनका इशारा भी सीधे बीजेपी की तरफ ही था.
बदलाव की ओर इशारा
वहीं एक अन्य दुकानदार ने पहले तो खुल कर बीजेपी की मुखालफत नहीं की वो बीजेपी की तारीफ कर रहा था लेकिन जब उनकी दुकान में मौजूद महिला कर्मी ने कहा कि गुजरात में बदलाव होना चाहिए. उस महिला ने बदलाव के तौर पर आम आदमी पार्टी (AAP) के आने की बात कही तो उस दुकानदार ने भी कहा बदलाव भी हो जाए तो अच्छा है. हालांकि बीजेपी द्वारा किए विकास से वो खुश थे लेकिन अब बदलाव चाहते हैं. दूसरी ओर वहां पर मौजूद कुछ अन्य महिलाओं ने बताया कि बीजेपी ने विकास करने के साथ उन्हें सुरक्षा भी दी है ऐसे में बीजेपी अगर सत्ता में आएगी तो अच्छा होगा.
भुज में लड़ाई एकतरफा नहीं
हमारी इस बातचीत से एक बात तो समझ में आई कि बीजेपी को चाहने वाले की संख्या भले ही ज्यादा हो पर भुज की चुनावी लड़ाई एकतरफा नहीं है. यहां कुछ लोग आम आदमी पार्टी (AAP) को विकल्प के तौर पर देख रहे हैं. ऐसे में जनता किसके सिर पर जीत का ताज पहनाएगी ये चुनाव के बाद ही पता चलेगा.
फूड मार्केट का हाल
भुज की तरह गुजरात के कच्छ में मौजूद नुक्कड़ और चौक चौराहे पर इन दिनों राजनीति चर्चा आम हो चली है. भुज की एक ऐसे ही बाजार में हम पहुंचे जहां दाबेली नामक खाद्य पदार्थ की कई दुकानें थी. आपको बताते चलें कि दाबेली कच्छ जिले का सबसे मशहूर खाद्य पदार्थ है. जो अन्य राज्यों में भी खाने के लिए आसानी से मिल जाता है. जब हमने यहां मौजूद दुकानदारों और ग्राहकों से भी बात की तब भी ज्यादातर दुकानदारों और ग्राहकों ने बीजेपी (BJP) और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के विकास कार्यों का हवाला देते हुए अपने मन की बात कही. हालांकि एक दुकान में हमें एक दंपत्ति ऐसे भी मिले जो कांग्रेस पार्टी के समर्थक थे. हालांकि इस मार्केट में भी अन्य दलों के समर्थकों के मुकाबले बीजेपी का बोलबाला दिखा.
मुफ्त के दावे का क्या होगा?
चर्चा के बीच एक शख्स ने यहां तक कह दिया गुजरात के लोगों को अरविंद केजरीवाल की मुफ्त की राजनीति बिल्कुल पसंद नहीं है. उनका मानना है कि मुफ्त वाली बात गुजरातियों के दिमाग में नहीं बैठती इसलिए बीजेपी ही ठीक है केजरीवाल यहां नहीं चलेंगे.
भुज में बीजेपी को AAP की चुनौती
आपको बता दें कि गुजरात के कच्छ और भुज की हस्तकला देश और विदेशों तक मशहूर है. भुज में स्थित भुजोड़ी नामक गांव को इसी हस्तकला के चलते अब तक 60 बड़े अवार्ड मिल चुके हैं. ज़ी न्यूज़ की चुनावी यात्रा जब इस गांव में पहुंची तो पता चला कि यहां ज्यादातर लोग हस्तकला से जुड़ा काम करते हैं. कोई कपड़ों की बुनाई करता है तो कोई मिट्टी से जुड़ा काम करता है. यहां पर हमने अलग-अलग व्यवसाय से जुड़े लोगों से आगामी चुनाव को लेकर उनकी राय जाननी चाही तो ये पता चला कि यहां बीजेपी और आम आदमी पार्टी के समर्थक बराबर बराबर की संख्या में है.
बंटी है लोगों की राय
किसी को बीजेपी का विकास दिखता है तो कोई अरविंद केजरीवाल द्वारा बिजली और पानी मुफ्त दिए जाने की बात से खुश है. कुछ लोग ये लोग चाहते हैं कि गुजरात में बदलाव हो और एक बार आम आदमी पार्टी को भी मौका मिले. इसी तरह हमारी मुलाकात में एक शख्स ऐसा भी मिला जिसका मानना है कि सरकार चाहे किसी की भी आए उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि उन्हें अपने हाथों पर यकीन है. इनका मानना था कि अपनी मेहनत से ही रोटी मिलती है और अपने दम पर उनका काम आगे भी चलता रहेगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा बीजेपी अच्छा काम कर रही है ऐसे में बीजेपी ही आनी चाहिए. चुनावी यात्रा के इस सफर में एक बात तो साफ है की भुज में बीजेपी के सामने कांग्रेस से ज्यादा आम आदमी पार्टी उसे चुनौती दे सकती है.
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