Gujarat: 21 आदिवासी परिवार फिर बने हिंदू, मिशनरी पर लगाया पैसे देकर धर्म बदलवाने का आरोप
वीएचपी के संगठन मंत्री विक्रम सिंह भाटी ने कहा कि पिछले कुछ समय से वलसाड जिले के कपराडा और धर्मपुर तालुका के पहाड़ी इलाकों में, लालच और नए प्रलोभनों के कारण ईसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासी परिवारों के धर्मांतरण की घटनाएं बड़े पैमाने पर हुई हैं.
वलसाड: गुजरात के वलसाड जिले में हाल ही में कपराडा और धरमपुर तालुका जैसे आदिवासी क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियों द्वारा बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की कई घटनाएं देखी गई हैं.
विश्व हिंदू परिषद का हिंदू धर्म जागृति सम्मेलन वापी में आयोजित किया गया. इस सम्मेलन के कपराड़ा और धर्मपुर तालुका के 21 आदिवासी परिवारों ने ईसाई धर्म छोड़ दिया और हिंदू धर्म में घर वापसी की और गोहत्या जैसे बढ़ते मामलों पर चर्चा की गई. यह भी घोषणा की गई कि में निकट भविष्य में वलसाड जिले में ऐसे मुद्दों पर विश्व हिंदू परिषद जोरदार कार्यक्रम आयोजित करेगी.
आदिवासी क्षेत्रों में बढ़ीं धर्मांतरण की घटनाएं
वलसाड जिले में पिछले कुछ समय में कपराडा और धर्मपुर तालुका जैसे दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. इस मुद्दे पर हिंदू संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया है. वहीं वलसाड जिले में गोहत्या और लव जिहाद जैसी कई घटनाएं भी सामने आ रही हैं. लेकिन अब हिंदू संगठन भी सक्रिय हो गए हैं और इसी के तहत विश्व हिंदू परिषद में वापी के साल्वाव बापा सीताराम आश्रम में आज हिंदू धर्म जागृति सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें दक्षिण गुजरात की विश्व हिंदू परिषद के नेता और बजरंग दल सहित वलसाड जिले के विश्व हिंदू परिषद के नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित हिंदू संगठनों के नेता बड़ी संख्या में मौजूद थे.
21 परिवारों की घर वापसी
वलसाड जिले के कपराडा और धरमपुर तालुका के 21आदिवासी परिवार कुछ साल पहले ईसाई धर्म में परिवर्तित हुए, लेकिन अब विश्व हिंदू परिषद और हिंदू संगठनों के प्रयासों से 105 सदस्य हिंदू धर्म में लौट चुके हैं. 21 परिवारों की वापसी पर स्वागत करने की रस्मों के साथ हवन और यज्ञ भी कराया गया.
वीएचपी के संगठन मंत्री विक्रम सिंह भाटी ने कहा कि पिछले कुछ समय से वलसाड जिले के कपराडा और धर्मपुर तालुका के पहाड़ी इलाकों में, लालच और नए प्रलोभनों के कारण ईसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासी परिवारों के धर्मांतरण की घटनाएं बड़े पैमाने पर हुई हैं. ईसाई मिशनरियों द्वारा चर्च बनाए गए, जबकि कई गांवों में हिंदू मंदिर अभी तक नहीं बने हैं. हालांकि अब जब उन्हें धर्म का सच्चा ज्ञान हुआ है, तो वे घर लौट रहे हैं हिंदुत्व के लिए.
धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर जागरूकता अभियान
पारदी वलसाडी के विधायक कनुभाई देसाई ने कहा कि अब तक केवल वलसाड जिले के कपराडा और धर्मपुर तालुकों के पहाड़ी आदिवासी क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण की बात की गई है. हालांकि अब धर्मांतरण गतिविधि वलसाड जिले के तट पर उमरगाम तालुका तक फैल गई है.
हिंदू संगठनों द्वारा अब जिले के आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण, गौ हत्या और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर जागरूकता अभियान बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा. वहीं जो आदिवासी परिवार ईसाई हो गए हैं, उन्हें हिंदू धर्म में वापस लाने के लिए घर वापसी जैसे कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं. भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों को और गति देने के लिए धर्म जागरूकता अभियान तेज किया जाएगा.