Haldwani News Today: पहले सरकारी जमीन पर कब्जा कर मदरसा और मस्जिद बनाई गई, प्रशासन ने क्षेत्र को सील कर अपने कब्जे में लिया, कोर्ट ने भी राहत नहीं दी, बुलडोजर गिराने पहुंचा तो चारों तरफ से घेरकर पत्थर और बोतलें मारी गईं, आग लगाई... यह देवभूमि उत्तराखंड के सुलगते हल्द्वानी की दर्दनाक कहानी है. कुछ घंटे पहले यहां बुर्का पहनी महिलाओं को आगे कर उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी गई. पथराव में महिला पुलिसकर्मियों को भी चोट आई है. एक घायल महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि हम पथराव से बचने के लिए एक घर में घुसे, हम 15-20 लोग थे. बाहर से उन्होंने हमें आग लगाने की कोशिश की. बड़ी मुश्किल से जान बचाकर हम लोग निकल पाए. अब CCTV से इन दंगाइयों की पहचान की जा रही है. 



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यह सब देवभूमि में ऐसे समय हुआ है जब कुछ घंटे पहले ही असेंबली से समान नागरिक संहिता का बिल पारित हुआ है. उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में कल नगर निगम ने बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर बने मदरसा और मस्जिद को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया. अवैध निर्माण को गिराने से रोकने के लिए पत्थरबाजों की गैंग ने चौतरफा पुलिस टीम पर हमला कर दिया. हालात ऐसे हो गए कि कर्फ्यू लगाना पड़ा और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए. 



हल्द्वानी बनभूलपुरा में आगजनी और पथराव में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर है. ये सभी बनभूलपुरा के रहने वाले हैं. चारों मृतक आगजनी और पथराव में शामिल बताए जा रहे हैं. पुलिसकर्मियों और नगरपालिका कर्मचारियों सहित 60 लोग घायल हुए हैं. हल्द्वानी के एसडीएम भी घायल हुए हैं. आज वहां सभी दुकानें बंद हैं. शहर और आसपास के इलाके में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. 


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नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा समेत अधिकारियों की टीम मौके पर मौजूद थी. जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, बड़ी संख्या में बुर्का पहनी महिलाएं विरोध करने के लिए सड़कों पर आ गईं. लोगों ने बैरिकेड तोड़ा और पुलिसकर्मियों से बहस करना शुरू कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही एक बुलडोजर ने मदरसे और मस्जिद को ढहाया, भीड़ बेकाबू हो गई. उन्होंने पुलिसकर्मियों, नगर निगम कर्मियों और पत्रकारों पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया. ऐसा लगता है जैसे प्लानिंग पहले से की गई थी. एक साथ चारों तरफ से घरों की छतों से बोतल और कांच से अटैक किया जाने लगा. 



उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. बल प्रयोग भी किया. हालांकि दंगाइयों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी. देसी बम का भी इस्तेमाल हुआ. सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें उपद्रवी गाली देते, पुलिस पर पेट्रोल बम फेंकते दिखाई दे रहे हैं. गली में पत्थर ही पत्थर दिखाई दे रहे हैं. 


नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया है कि ध्वस्त किया गया मदरसा और नमाज स्थल पूरी तरह से अवैध है. इस जगह के पास तीन एकड़ जमीन को नगर निगम ने पहले ही कब्जे में ले लिया था. अवैध मदरसे और नमाज स्थल को सील कर दिया था, कल गिराने गए तो उपद्रवी हिंसा पर उतारू हो गए. अब इन दंगाइयों पर कड़े एक्शन की तैयारी है. पहचान होने के बाद इनके घरों पर भी बुलडोजर चल सकता है.