Manali: मनाली आए, खाए-पीए, मौज की और बना गए नरक, पहाड़ों से टूरिस्ट्स का ये कैसा सलूक?
Himachal Pradesh Manali Videos: मनाली की वादियों में जगह-जगह बोर्ड लगे हैं कि कूड़ा ना फेंकें लेकिन पर्यटक मानने को तैयार नहीं हैं. कोई पर्यटक पहाड़ी पर डस्टबिन ना होने की वजह से कूड़ा पहाड़ी पर फेंकने को कारण बता रहा है. तो कोई बाकी पर्यटकों को सिविक सेंस समझा रहा है.
Manali Littering: बीते कुछ दिनों में आपने हिमाचल प्रदेश के मनाली में पर्यटन की अंधाधुंध मार की तस्वीरें और वीडियोज देखे होंगे. भारी तादाद में यात्रियों के आने के कारण मनाली का AQI भी खराब हो गया था. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे नए साल के जश्न में चूर मनाली की वादियों में नया साल मानने आए पर्यटकों ने मनाली की वादियों को कूड़ा घर बना दिया है. छोटी-छोटी पहाड़ियों से लेकर सड़कों के किनारे और नदियों तक हर जगह सिर्फ नए साल की पार्टी का कूड़ा हो नजर आ रहा है. शराब की बोतलों से लेकर फास्ट फूड के पैकेट और पानी की बोतल सब जहां तहां बिखरी हुई हैं. हम आपको मनाली की वादियों में लेकर चलते हैं और वहां पर नए साल के जश्न के बाद कूड़े का अंबार के बारे में बताते हैं.
पर्यटकों ने जमकर मनाया जश्न
हिमाचल प्रदेश के मनाली में न्यू ईयर की रात लोगों ने जमकर जश्न मनाया. नाचा गाया ,पार्टी की पहाड़ों पर कैंपिंग की. लेकिन आज मनाली की वादियां कूड़े से पटी पड़ी हैं. बोर्ड पर लिखा हुआ Do Not Litter यानी कूड़ा यहां ना फेंकें. दूसरे बोर्ड पर लिखा हुआ है स्वक्छ भारत. लेकिन इसी जगह पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है. जो पहाड़ी के ऊपर जाने पर और ज्यादा हो जाता है, जिसकी गवाही पहाड़ी पर पड़ी ये शराब की बोतले और फास्ट फूड के पैकेट के ढेर दे रहे हैं.
नए साल के जश्न कैंपिंग करके मना रहा एक दल उत्तरप्रदेश का कानपुर का था, जो सोलांग घाटी की पहाड़ियों में मौज मस्ती कर रहा था, खाना पका रहा था. लेकिन कैंपिंग के बाद जगह को कूड़ाघर बना कर पर्यटक वापस चले जाते हैं, जिसकी गवाही कैंपिंग साइट्स दे रही है. पर्यटकों ने पहाड़ी के नीचे शराब पीने और गरमा गरम खाना खाने का सपना तो पूरा कर लिया लेकिन इस कूड़े को उठा कर कूड़ेदान में फेंकना जरूरी नहीं समझा.
मानने को तैयार नहीं पर्यटक
मनाली की वादियों में जगह-जगह बोर्ड लगे हैं कि कूड़ा ना फेंकें लेकिन पर्यटक मानने को तैयार नहीं हैं. कोई पर्यटक पहाड़ी पर डस्टबिन ना होने की वजह से कूड़ा पहाड़ी पर फेंकने को कारण बता रहा है. तो कोई बाकी पर्यटकों को सिविक सेंस समझा रहा है.
एक तरफ मनाली में कोने कोने पर कूड़ा पसरा हुआ है तो मनाली के आम नागरिक पर्यटकों से अपील कर रहे हैं कि मनाली की वादियों को साफ रखने में उनकी मदद करें. मनाली के पहाड़ को या जमीन या फिर नालियां, सभी आज चीख-चीख गवाही दे रही हैं कि कैसे एक सुंदर पहाड़ी क्षेत्र में नए साल का जश्न मानने आई भीड़ आज इलाके को नरक बना कर चली गई है.