सुकमा: नक्सलियों ने इस तरह घात लगाकर किया हमला? जानिए पूरी कहानी
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के सीआरपीएफ पर किए गए हमले में 25 जवान शहीद हो गए. इस पूरी घटना को खुफिया तंत्र की नाकामी से जोड़कर देखा जा रहा है. सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कैसे नक्सलियों ने 300 की संख्या में घात लगाकर हमला कर दिया.
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के सीआरपीएफ पर किए गए हमले में 25 जवान शहीद हो गए. इस पूरी घटना को खुफिया तंत्र की नाकामी से जोड़कर देखा जा रहा है. सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कैसे नक्सलियों ने 300 की संख्या में घात लगाकर हमले को अंजाम दिया.
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नक्सलियों ने घात लगाकर किया हमला
खुफिया एजेंसियों को कैसे नक्सलियों की योजना की भनक तक नहीं लगी. 300 नक्सलियों की मूवमेंट या गतिविधियों पर सुरक्षा बलों या खुफिया तंत्र की नजर कैसे नहीं पड़ी? सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि नक्सलियों ने अपने चिर-परिचित अंदाज में इस घातक हमले को अंजाम दिया. उन्होंने बड़ी संख्या में एकजुट होकर हमला करने की रणनीति बनाई जिसकी वजह से 25 जवानों को जान से हाथ धोना पड़ा. नक्सली इस बात से वाकिफ थे कि जवानों का मूवमेंट यहां होनेवाला है और उन्होंने हमला कर दिया.
नक्सलियों ने गांववालों को ढाल बनाया
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने गांववालों को ढाल बनाया. गांववालों के घरों से उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों पर फायरिंग की. सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के कई जवान दुर्गापाल कैंप से रवाना हुए. चिंतागुफा पहुंचने के बाद ये जवान दो खेमों में बंट गए. इनको सड़क निर्माण प्रोजेक्ट के लिए रास्ते की कॉबिंग का काम सौंपा गया था. तभी घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने स्थानीय गांववालों को लोकेशन का पता लगाने के लिए भेजा.
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लोकेशन का पता चलने के बाद किया हमला
पुख्ता लोकेशन का पता चलने के बाद उन्होंने चिंतागुफा-बुर्कापाल-भेजी इलाके के पास घात लगाकर हमला किया. नक्सली छोटे-छोटे समूहों में बंट गए. छोटे दलों में बंटने के बाद उन्होंने दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हमला किया. इसके तहत सबसे पहले एक आईईडी ब्लास्ट किया गया. फिर नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. माना जा रहा है कि नक्सलियों ने हमले में AK-47 और इंसास हथियारों का इस्तेमाल किया.
नक्सलियों ने कल किया था हमला
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर कल घात लगाकर हमला किया था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवानों की मौत हो गयी तथा छह जवान घायल हो गए. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल गांव के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया. इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की मौत हो गयी तथा छह जवान घायल हो गए.
मुख्यमंत्री ने ली अधिकारियों की आपात बैठक
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सली हमले के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अधिकारियों की आपात बैठक ली तथा स्थिति की समीक्षा की. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल में नक्सली हमले की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक ली तथा स्थिति की समीक्षा की.
300 नक्सलियों ने किया हमला
रायपुर लाए गए घायल जवान शेर मोहम्मद ने संवाददाताओं को बताया कि वह जब सड़क की सुरक्षा में थे तब लगभग तीस सौ नक्सलियों ने अचानक पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी जिनमें महिला नक्सली भी शामिल थीं. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की. नक्सली आधुनिक हथियारों से लैस थे. घायल जवान ने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. जवान ने दावा है किया कि इस मुठभेड़ के दौरान लगभग एक दर्जन नक्सली भी मारे गए हैं.
राज्य के पुलिस महानिदेशक एएन उपाध्याय ने बताया कि सुबह जवानों को गश्त के लिए रवाना किया गया था. दल में लगभग एक सौ जवान थे. दल जब 12 बजे बुरकापाल के करीब था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद सुरक्षा बल के जवानों ने भी कार्रवाई की. दोनों ओर से लगभग तीन घंटे तक गोलीबारी हुई.
25 जवान शहीद
उपाध्याय ने बताया कि पुलिस दल की कोशिश थी कि घायल जवानों को वहां से जल्द बाहर निकाला जाए जिससे उनकी जान बचाई जा सके. क्षेत्र में अभी भी खोजी अभियान जारी है. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह दिल्ली से रायपुर पहुंच गए हैं तथा वह राज्य के उच्च अधिकारियों की बैठक लेंगे तथा स्थिति की समीक्षा करेंगे. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आज माओवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए 25 जवानों में 99 सदस्यीय सीआरपीएफ कंपनी के कमांडर रघुबीर सिंह भी शामिल हैं.