Dog Bite: केरल में कुत्तों के काटने के मामले में इस वर्ष 14 मौतें हो चुकी हैं और पांच मामलों में कुत्ते वैक्सीनेटिड होने के बावजूद उनके काटने से मौत हुई है. अब केंद्र सरकार ने एंटी रेबीज़ इंजेक्शन के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं. केरल में एंटी रेबीज इंजेक्शन का एक बैच अस्पतालों से हटा दिया गया है. देशभर से इन दिनों कुत्तों के काटने के मामले वायरल हो रहे हैं. ऐसे में हमने एक्सपर्ट्स से ये जानने की कोशिश कि डॉग बाइट होने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए. 


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दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में इन दिनों आवारा कुत्तों से खौफ खाए लोगों ने अथॉरिटी को शिकायत कर कुत्ता पकड़ने की गाड़ियां बुलानी शुरू कर दी हैं.  कुत्तों के डॉक्टर डॉ ऋषिकेश अत्री के मुताबिक, अगर एंटी रेबीज़ वैक्सीन एक्सपायर है या ठीक डोज नहीं दी गई है तो वो फेल हो सकती है. रेबीज़ एक दिमागी इंफेक्शन की बीमारी है, जिसके मामलों  में ज्यादातर केस में मौत हो सकती है. इसलिए आवारा कुत्तों को भी वैक्सीन लगाना जरूरी है. कुत्ता काटने पर 7 दिन तक कुत्तों को देखना चाहिए. यदि वो पानी से दूर भागता है, बदहवास है या हिंसक हो गया है तो हो सकता है कि वो वैक्सीनेटिड ना हो. ऐसे मामले इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं. 


दिमाग के पास काटने पर बढ़ जाता है खतरा


कुत्ते ने जितना दिमाग के पास के हिस्से में काटा होगा, खतरा उतना ज्यादा होगा. मसलन अगर कुत्ते ने पैर पर काटा है तो मुसीबत कम है लेकिन अगर गर्दन पर काट लिया है तो वहां की नसें ब्रेन के बेहद नजदीक होने के कारण इंफेक्शन का लोड और इंफेक्शन फैलने की स्पीड दोनों ही बढ़ जाती हैं. 


मैक्स अस्पताल के फिज़ीशियन डॉ मनोज गुप्ता के मुताबिक, कुत्ता काटने पर सबसे पहले घाव को साफ पानी से अच्छी तरह धो लें. अगर कुत्ते ने दांत गड़ा दिए हैं या ब्लीडिंग हो रही है तो उसे धोकर उस पर बिटाडिन से सफाई करें. उस हिस्से को रुई से दबा कर ब्लड रोकने का प्रयास करें. ड़ॉग बाइट के मामलों में इंसान को 5 इंजेक्शन लगवाने पड़ते हैं. पहले दिन, तीसरे दिन, पांचवें, ग्यारहवें और चौदहवें दिन ये इंजेक्शन लगाए जाते हैं. 


Indian journal of medical research की 2018 की एक स्टडी के मुताबिक, भारत में कुत्तों के काटने की सालभर में डेढ़ करोड़ से ज्यादा घटनाएं होती हैं. इनमें 18 से 20 हज़ार लोग मारे जाते हैं. सरकार भी केरल के केस से सावधान हो गई है और सैंपल्स की जांच शुरू कर दी गई है. 


हाल ही में पीएम मोदी ने भी ऐलान किया कि एक वर्ष में भारत के सभी पशु वैक्सीनेटिड होंगे लेकिन घर में पेट्स रखने वालों को पालतू जानवरों के वैक्सीनेशन को समय पर करवाने की जरूरत है. हाई राइज में लिफ्ट में कुत्ते को ले जाते समय उसके मुंह पर मज़ल, गले में चेन और पेट पर कंट्रोल रखना बहुत जरूरी हो गया है. 


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