INDIA Meeting: विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की समन्वय समिति की पहली बैठक बुधवार को यहां शुरू हो गई, जिसमें आगे की रणनीति, सीटों के तालमेल, चुनाव अभियान कार्यक्रम और जनसभाओं समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के नई दिल्ली स्थित आवास पर यह बैठक हो रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बैठक में शरद पवार के अलावा, कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, द्रमुक के टी आर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी ) की महबूबा मुफ्ती और कुछ अन्य नेता शामिल हैं.


सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में आगे की रणनीति और चुनाव अभियान कार्यक्रमों के अलावा सीटों के तालमेल पर भी चर्चा संभव है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता मनोज झा ने सोमवार को कहा था कि समन्वय समिति की पहली बैठक आगे के चुनाव अभियान और जनसभाओं के कार्यक्रम तय करने पर केंद्रित होगी.


अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का मुकाबला करने के लिए दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने ‘इंडिया’ का गठन किया है. ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए 14-सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया था.


समन्वय समिति विपक्षी गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में कार्य करेगी. इस समिति के एक और सदस्य तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी के इस बैठक में शामिल होने की संभावना नहीं है, क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें समन जारी कर 13 सितंबर को ही पूछताछ के लिए बुलाया था और वह पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे कोलकाता में ईडी के कार्यालय पहुंचे.


बनर्जी ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा था, ‘‘इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक 13 सितंबर को दिल्ली में आयोजित होने जा रही है, मैं भी इस समिति का सदस्य हूं, लेकिन ईडी ने समन जारी कर इसी दिन मुझे पेश होने के लिए कहा है.’’


पवार और बनर्जी के अलावा, समन्वय समिति में कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, टीआर बालू (द्रमुक), हेमंत सोरेन (झामुमो), संजय राउत (शिवसेना-यूबीटी), तेजस्वी यादव (राजद), राघव चड्ढा (आप), जावेद अली खान (सपा), ललन सिंह (जदयू), डी राजा (भाकपा), उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) और माकपा के एक नेता शामिल हैं. माकपा ने अपना कोई प्रतिनिधि अब तक तय नहीं किया है.


माकपा के सूत्रों का कहना है कि समन्वय समिति में पार्टी की तरफ से प्रतिनिधि कौन होगा, इसका फैसला 16-17 सितंबर को होने वाली पोलित ब्यूरो की बैठक में लिया जाएगा. इसी साल जून में पटना में विपक्षी गुट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार को चुना जाएगा.


मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद एक सितंबर को जारी प्रस्ताव में कहा गया था कि पार्टियां 'जहां तक संभव होगा' वहां तक एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगी और विभिन्न राज्यों में सीटों के बंटवारे का काम तत्काल शुरू होगा और जल्द से जल्द संपन्न होगा. विपक्षी नेताओं के अनुसार, जहां महाराष्ट्र, तमिलनाडु और बिहार जैसे राज्यों में सीटों के समन्वय के मुद्दे को सुलझा लिया गया है, वहीं दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे कुछ राज्यों में सीटों का तालमेल एक बड़ी चुनौती है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)