इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत में बुधवार (30 दिसंबर) को बेकाबू भीड़ ने एक हिंदू मंदिर (Hindu Temple) में जमकर तोड़फोड़ की थी और आग लगा दी थी. खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले के टेर्री गांव में मंदिर के विस्तार का काम चल रहा था, जिसका विरोध हो रहा था.


भारत ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए जताया विरोध


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पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू मंदिर को ध्वस्त करने को लेकर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया है और पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है. भारत ने डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए गुरुवार को इसके खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया.



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पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान


घटना के संबंध में स्थानीय अधिकारियों द्वारा कई गिरफ्तारियां की गई हैं. वहीं पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. अदालत इस मामले में सुनवाई 5 जनवरी को करेगी. चीफ जस्टिस अहमद ने अल्पसंख्यक अधिकार आयोग के चेयरमैन, पुलिस चीफ और प्रांत के चीफ सेक्रटरी को 4 जनवरी तक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है.


पहले भी हो चुका है हमला


खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) स्थित इस मंदिर में तोड़फोड़ का पहला मामला नहीं है. इससे पहले 1997 में भी यहां पर हमला हुआ था और बाद में 2015 में मंदिर को फिर बनाया गया था. बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यहां  करीब 75 लाख हिंदू रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर सिंध प्रांत में हैं. सिंध में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा की खबरें अक्सर सुनाई देती हैं.