Pakistan में मौलवियों के नेतृत्व में बेकाबू भीड़ ने ऐतिहासिक Hindu Temple पर किया हमला, लगाई आग
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Pakistan में मौलवियों के नेतृत्व में बेकाबू भीड़ ने ऐतिहासिक Hindu Temple पर किया हमला, लगाई आग

हिंदुओं ने मंदिर का विस्तार करने के लिए प्रशासन से अनुमति ली थी, जिसके बाद स्थानीय मौलवियों के नेतृत्व में मंदिर को तोड़ दिया गया. वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है, पाकिस्तान में हिंदू मंदिर और हिंदुओं को निशाना बनाना आम हो गया है. पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं.

बेकाबू भीड़ ने पहले मंदिर में तोड़फोड़ की फिर उसे आग के हवाले कर दिया.

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत के कोहाट में बुधवार को स्थानीय मौलवियों के नेतृत्व में बेकाबू भीड़ ने एक हिंदू मंदिर (Hindu Temple) में जमकर तोड़फोड़ की. जब इतने से भी कट्टरपंथियों का मन नहीं भरा, तो मंदिर को आग के हवाले कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ लोगों को मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए दिखाया गया है. इससे पहले भी पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं.   

  1. कोहाट के करक में स्थित है मंदिर
  2. घटना के वक्त मौजूद थी पुलिस 
  3. पहले भी हुए हैं मंदिरों पर हमले

मांगी थी विस्तार की अनुमति

हिंदू मंदिर (Hindu Temple) पर हमले का वीडियो ‘वॉयर ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी’ नाम के एक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है. ट्वीट में लिखा गया है कि कोहाट के करक जिले में भीड़ ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की. वजह का अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन ये दर्शाता है कि पाकिस्तान (Pakistan) में अल्पसंख्यकों के प्रति मुस्लिमों का क्या रवैया है. हालांकि, एक पत्रकार के मुताबिक, हिंदुओं ने मंदिर का विस्तार करने के लिए प्रशासन से अनुमति ली थी, जिसके बाद स्थानीय मौलवियों के नेतृत्व में मंदिर को तोड़ दिया गया. 

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मूकदर्शक बनी रही Police

कहा जा रहा है कि जिस समय बेकाबू भीड़ मंदिर में तोड़फोड़ कर रही थी, स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मूक दर्शक बने रहे. एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार ने इस घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया है, ‘करक जिले के तेरी गांव में स्थित ऐतिहासिक मंदिर और परमहंस जी महाराज की समाधि का 2015 में एक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार जीर्णोद्धार और विस्तार किया जा रहा था. इस मंदिर को इससे पहले 1997 में एक स्थानीय मुफ्ती ने नष्ट कर दिया था और इस पर अवैध कब्जा कर लिया था’.

अक्टूबर में भी हुआ था Attack
वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले अक्टूबर में, पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्व सिंध प्रांत में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने आरोप लगाया था कि मोहम्मद इस्माइल नामक व्यक्ति ने मंदिर में रखी मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया और मौके से फरार हो गया. बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यहां  करीब 75 लाख हिंदू रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर सिंध प्रांत में हैं. सिंध में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा की खबरें अक्सर सुनाई देती हैं.

ये है ‘Naya Pakistan

इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर इमरान खान (Imran Khan) सरकार की आलोचना हो रही है. कुछ यूजर्स ने इसे ‘नया पाकिस्तान’ करार देते हुए सरकार पर तंज कसा है. खान ने सत्ता में आने से पहले कहा था कि वो पाकिस्तान को नया पाकिस्तान बनाना चाहते हैं हालांकि, जब से इमरान सत्ता में आए हैं पाकिस्तान की स्थिति पहले से भी बदतर हो गई है. अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ें हैं, महंगाई आसमान पर पहुंच गई है, और पाकिस्तान में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है. 

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