चेन्नई: भारतीय नौसेना ने सोमवार को कहा कि हाल के वर्षों में हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की मौजूदगी बढ़ी है और वे बहुत ''एहतियात से इस पर नजर रख रहे हैं.'' तमिलनाडु एवं पुडुचेरी नौसैन्य इलाके के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, रियर एडमिरल आलोक भटनागर एनएम ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी. हर साल चार दिसंबर को मनाए जाने वाले भारतीय नौसेना दिवस के जश्न की घोषणा करने के लिए वह संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नौसेना की क्षमताएं किसी देश के खिलाफ लक्षित नहीं- नौसेना 
उन्होंने कहा, ''पिछले कुछ सालों में हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की मौजूदगी बढ़ी है. अच्छी बात यह है कि हमें इस बात की जानकारी है. हम क्षेत्र में उनकी गतिविधियों के बारे में जानते हैं और हम बहुत सावधानी से उसपर नजर रखे हुए हैं.'' भटनागर ने कहा, ''उनके (चीन) पास हमारी ही तरह अधिकार है कि वह विश्व के किसी हिस्से में मौजूद रह सकते हैं.'' क्षेत्र में चीन की उपस्थिति से किसी तरह के खतरे से निबटने के लिए नौसेना की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना की क्षमताएं मिशन आधारित होती हैं और किसी देश के खिलाफ लक्षित नहीं होती हैं. 


मिशन के आधार पर नौसेना हुई विकसित
भटनागर ने कहा, ''कुछ सालों से भारतीय नौसेना ने एक मिशन के आधार पर अपने बल को विकसित किया है. हमारी क्षमताएं किसी देश के खिलाफ लक्षित न होकर मिशन आधारित होती हैं. हमें जब भी कोई मिशन दिया जाएगा, उसे पूरा करने में हम सफल होंगे.'' 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में उसकी जीत को मनाने के लिए हर साल नौसेना दिवस मनाया जाता है.  


(इनपुट भाषा से)