क्या भारतीयों को बूस्टर डोज लगवाने की जरूरत है? सरकार ने दिया साफ जवाब
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाई थी, जिसके बाद भारत में भी लोग बूस्टर डोज की जरूरत को लेकर सवाल उठाने लगे थे. इन्हीं सवालों का आज केंद्र सरकार ने जवाब दिया है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की संभावित तीसरी लहर की चर्चाओं के बीच केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर लोगों से खास अपील की है. साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि केरल में कोरोना के केस कम होने लगे हैं. लेकिन यह अब भी देश में कुल मामलों की एक बड़ी संख्या में योगदान दे रहा है.
केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 'केरल में सबसे अधिक 1,44,000 एक्टिव केस हैं जो देश के कुल सक्रिय मामलों का 52% है. वहीं महाराष्ट्र में कोरोना के 40,000 एक्टिव केस हैं. तमिलनाडु में 17,000, मिजोरम में 16,800, कर्नाटक में 12,000 और आंध्र प्रदेश में 11,000 से अधिक एक्टिव मामले हैं. देश भर में सक्रिय मामले कम हो रहे हैं, रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है. देश में ठीक होने की दर लगभग 98% है. जबकि देश में 18 ऐसे जिले हैं, जहां पर कोरोना वायरस की हर हफ्ते 5 से दस फीसदी तक पॉजिटिविटी रेट सामने आ रही है.'
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'त्योहार ऑनलाइन मनाना है'
स्वास्थ्य सचिव ने लोगों से अनुरोध करते हुए त्योहार के अवसर पर भीड़-भाड़ से बचने, मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने की अपील की. उन्होंने कहा कि त्योहारों को समझदारी से मानना है, स्वस्थ रहना है, इस बार त्योहार ऑनलाइन मनाना है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी भी जारी की है, जिसमें कंटेनमेंट जोन में कोई भी भीड़ वाला कार्यक्रम आयोजित न करने की कड़ी चेतावनी दी गई है.
'बूस्टर डोज की जरूरत नहीं'
वहीं इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा, 'त्योहार आने वाले हैं और लोग अपने-अपने घर जाने के लिए ट्रैवल करने की योजना बना रहे हैं. अगर आप सार्वजनिक व्हीकल से ट्रैवल करने की सोच रहे हैं तो इससे आपके संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा. ऐसे में जरूरी होने पर ही प्राइवेट व्हीकल से अपने ट्रैवल करें. त्योहारों को सादगी से मनाएं. भार्गव ने बूस्टर डोज को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब देते हुए कहा, 'बूस्टर डोज की अभी महत्ता नहीं है. अभी दो डोज पूरा करना ज्यादा जरूरी है. कुछ राज्यों में हमने स्टडी की है, जिससे पता लगा है कि एंटीबाडी ज्यादा समय तक रुक रही है.'
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69% आबादी को लगी पहली वैक्सीन
केंद्र सरकार ने गुरुवार को बताया कि देश की एडल्ट आबादी में से 69% को कोविड-19 टीके की कम से कम एक खुराक, जबकि 25 प्रतिशत को दोनों खुराक लग चुकी है. कोरोना वैक्सीन की 64.1 प्रतिशत खुराक ग्रामीण इलाकों में दी गई, जबकि 35 प्रतिशत शहरी इलाकों में दी गई है. वहीं कुल 67.4 लाख खुराक (करीब 0.88 प्रतिशत) उन टीकाकरण केंद्रों पर दी गई, जो ग्रामीण/शहरी के रूप में सूचीबद्ध नहीं किए गए हैं.
जायडस कैडिला की कीमत अभी तय नहीं
जायडस कैडिला (zydus cadilla) के कोविड-19 टीके पर सरकार ने कहा कि ‘जायकोव-डी’ तीन खुराक वाला बगैर सुई वाला टीका है और इसकी कीमत वर्तमान में लगाए जा रहे टीकों से अलग निर्धारित की जाएगी. इसकी कीमत निर्धारित करने पर विनिर्माता के साथ बातचीत की जा रही है. जैसे ही कोई फैसला होगा वो जनता को बता दिया जाएगा.
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