अरुणाचल प्रदेश: लॉन्ग डिंग जिले के पुमाओ इलाके में भारतीय सेना और NSCN (IM) के उग्रवादियों के बीच फायरिंग हुई जिसके बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस फायरिंग में एक गांव वाले को गोली लगी जिससे उसकी मौत हो गई है. सेना ने दावा किया है कि उग्रवादियों ने फायरिंग के लिए नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया.


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सेना के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि भारतीय सेना को पिछले कुछ दिनों से लॉन्ग डिंग जिले में NSCN (IM) उग्रवादियों की हलचल और गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी मिल रही थी. पुमाओ गांव में उग्रवादियों के होने के बारे में मिली जानकारी के आधार पर 16 मई को भारतीय सेना पुमाओ में तलाशी अभियान शुरू कर दिया.


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तलाशी अभियान के दौरान वहां गांववाले इकट्ठा हो गए और सुरक्षा बलों के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. इतना ही नहीं उन्होंने पथराव भी किया. सैनिकों को एक घर पर शक हुआ और वो उस की ओर बढ़ने लगे. तभी सेना के दल पर दो से तीन फायर किए गए. नागरिकों को वहां से भाग जाने और अपनी जान माल की सुरक्षा के लिए कहा गया, और जवाबी कार्रवाई करते हुए 8 शॉट फायरिंग की गई. 


और इसी आपाधापी में उग्रवादी भागने में सफल रहे. हालांकि, इस क्रॉस फायरिंग में माना जाता है कि कुछ ग्रामीणों को चोट लगी है और एक निर्दोष ग्रामीण की मौत हो गई है. भारतीय सेना ने मृतक ग्रामीण के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं. NSCN (IM) के समर्थकों द्वारा पथराव किए जाने के कारण भारतीय सेना के कई जवान भी घायल हो गए. 


सेना ने दावा किया है कि NSCN (IM) के उग्रवादियों ने उन पर गोलियां चलाने के लिए नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया है.


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