नई दिल्ली : केरल तट पर संदिग्ध गतिविधियों वाली एक ईरानी नौका पकड़े जाने के करीब दो महीने बाद भारत ने नौका पर सवार 12 लोगों के बारे में ईरान से जानकारी हासिल करने के लिए इंटरपोल से अनुरोध किया और इस संबंध में ‘ब्लू कार्नर’ नोटिस प्राप्त किया।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ब्लू कार्नर नोटिस एक देश से दूसरे देश को ‘किसी व्यक्ति की पहचान, स्थान या अपराध के संबंध में क्रियाकलाप के बारे में अतिरिक्त सूचनाएं प्राप्त करने’ के लिए जारी किया जाता है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पिछले महीने भारतीय जलक्षेत्र में घुसने वाली नौका पर सवार करीब 12 लोगों के बारे में सभी जानकारी साझा करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का अनुरोध फ्रांस के ल्योन स्थित इंटरपोल मुख्यालय के जरिये ईरान को भेजा गया है।


भारतीय तटरक्षक बल ने तीन जुलाई को केरल तट तक भारत के ‘एक्सक्लूसिव इकानोमिक जोन’ से एक नौका पकड़ी थी। सूत्रों ने कहा कि एनआईए को चार अगस्त को मामला सौंपा गया था लेकिन वह जेल में बंद 12 लोगों से पूछताछ तक नहीं कर सकी। जांच एजेंसी ने केरल पुलिस के निष्कषरें पर अपनी जांच की थी। आरोपियों को 14 दिन के लिए केरल पुलिस की हिरासत में भेजा गया था।


एनआईए ने विभिन्न कानूनों के तहत केरल पुलिस द्वारा दायर मामले को फिर से दर्ज किया था। सूत्रों ने कहा कि एनआईए मछली पकडने वाली नौका ‘बरूकी’ पर सवार लोगों के बारे में और जानकारी हासिल करना चाहती है क्योंकि कुछ लोगों को हिन्दी भाषा आती है और एक पाकिस्तान में जन्मा ईरानी नागरिक है।