जाधव परिवार की मुलाकात के बाद PAK ने थपथपाई अपनी पीठ, बोला सफेद झूठ
कुलभूषण जाधव की मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम शांति और प्रेम का धर्म है, इसलिए मानवता के आधार पर उन्होंने भारत की अपील को मंजूर किया.
नई दिल्ली : पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव की सोमवार को पत्नी और मां के साथ हुई मुलाकात के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहानुभूति बटोरने के लिए खुद की पीठ थपथपानी शुरू कर दी है. मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम शांति और प्रेम का धर्म है, इसलिए मानवता के आधार पर उन्होंने भारत की अपील को मंजूर किया कि जाधव की परिवार से मुलाकात कराई जाए. इस मुलाकात का राजयनिक मतलब कतई नहीं था.
इस दौरान प्रवक्ता ने दुबई स्थित जर्मन हॉस्पिटल द्वारा वह सर्टिफिकेट भी जारी किया गया जिसमें कुलभूषण को पूरी तरह से स्वस्थ्य बताया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में पाकिस्तान के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है, जो कुछ भी वह सभी के सामने है. उल्टे उन्होंने भारत पर झूठा आरोप मढ़ते हुए कहा कि अब मानवता की मिसाल पेश करते हुए भारत को भी कश्मीर मामले ऐसे ही कदम उठाने जाने चाहिए, क्योंकि वहां लंबे समय से बेनुगाहों का खून बहाया जा रहा है. जबिक कश्मीर में वास्तिकता यह है कि पाकिस्तान वहां आंतक फैला रहा है और वहां के नौजवानों को भड़काकर अपना हित साधता रहा है, जबकि भारत की कोशिश वहां के भटके हुए नौजवानों को हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लाने की रही है
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल कहा कि उन्होंने तीस मिनट की मुलाकात को 40 मिनट तक करवाया. उन्होंने कहा कि भारत ने परिवार की मीडिया के साथ मुलाकात ना होने की मांग की थी जिसे पाकिस्तान ने पूरा किया.
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उन्होंने कहा कि इस मुलाकात को लेकर खुद कुलभूषण जाधव और उनके परिजनों ने पाकिस्तान का शुक्रिया अदा किया है. जाधव परिवार की मुलाकात के बाद पाकिस्तान द्वारा एक वीडियो जारी किया गया जिसमें कुलभूषण को पाकिस्तान का शुक्रिया अदा करते हुए दिखाया गया. हालांकि यह वीडियो दो दिन पुराना था और संपादित वीडियो था. उधर, भारत में विदेश मामलों के जानकार इसे पाकिस्तान द्वारा पूर्व संपादित एक हाईप्रोफाइल ड्रामा करार दिया है. वरिष्ठ अधिवक्ता उज्जवल निकम ने कहा कि पाकिस्तान ने जो ड्रामा रचा है उसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि पाकिस्तान क्या है और उसकी मंशाएं क्या रहती हैं, पूरी दुनिया जानती है. नििकम ने कहा कि पाकिस्तानी मीडिया और सरकार इस मुलाकात के दौरान जाधव को जासूस ठहराने की कोशिश में लगी हुई थी, जबकि इसी मुद्दे पर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय अदालत में मुंह की खा चुका है.