कश्मीर में चुनाव लड़ने जा रहीं इल्तिजा मुफ्ती कौन हैं? ब्रिटेन में की पढ़ाई, 37 की उम्र में संभालेंगी मां की विरासत
Iltija Mufti News: जम्मू कश्मीर चुनाव 2024 के लिए पीडीपी ने जिन आठ उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया, उनमें महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती का भी नाम है. वह अपने खानदान की परंपरागत सीट बिजबिहारा से चुनावी डेब्यू करने जा रही हैं.
Jammu and Kashmir Elections: सियासत में एक और खानदानी चेहरे की एंट्री होने जा रही है. जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा अक्टूबर में चुनाव लड़ेंगी. महबूबा की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने इल्तिजा को बिजबिहारा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है. 37 साल की इल्तिजा उन आठ कैंडिडेट्स में से एक हैं जिनके नाम PDP की पहली लिस्ट में हैं. चुनाव आयोग ने जम्मू और कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव कराने की घोषणा की है.
मां हिरासत में ली गईं तो राजनीति में उतरीं इल्तिजा
इल्तिजा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया है और ब्रिटेन की वारविक यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशंस में पीजी की डिग्री हासिल की. घाटी के ताकतवर राजनीतिक परिवार से होने के बावजूद इल्तिजा सियासत से दूर थीं. हालांकि, अगस्त 2019 में बहुत कुछ बदल गया, न सिर्फ इल्तिजा की जिंदगी में, बल्कि पूरे जम्मू और कश्मीर में.
5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 हटा दिया गया. सरकार ने एहतियातन इल्तिजा की मां महबूबा मुफ्ती समेत कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया था. तभी इल्तिजा की राजनीति में एंट्री हुई. उन्होंने मां के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जिम्मेदारी संभाल ली.
इल्तिजा ने सोशल मीडिया खासतौर पर X (पहले ट्विटर) पर खूब एंगेजमेंट बटोरा. पिछले साल उन्हें महबूबा का मीडिया एडवाइजर नियुक्त किया गया. ऐसे दौर में, जब घाटी के अधिकतर नेता हिरासत में थे, इल्तिजा कश्मीर की आवाज बनकर उभरीं. इल्तिजा ने हालिया लोकसभा चुनाव में मां के लिए अनंतनाग-राजौरी सीट पर प्रचार किया था. हालांकि, पीडीपी प्रमुख वह चुनाव हार गई थीं.
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बिजबिहारा से ही क्यों चुनाव लडेंगी इल्तिजा?
इल्तिजा के राजनीतिक डेब्यू के लिए बिजबिहारा जैसी सेफ सीट चुनी गई है. महबूबा मुफ्ती ने भी 1996 में बिजबेहरा से चुनावी शुरुआत की थी. यह मुफ्ती खानदान की परंपरागत सीट रही है जिसका 1999 से 2018 के बीच PDP के सीनियर नेता अब्दुल रहमान वीरी ने प्रतिनिधित्व किया. उन्हें अनंतनाग ईस्ट से उम्मीदवार बनाया गया है.
महबूबा पहले ही ऐलान कर चुकी थीं कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. PDP प्रमुख ने इसके पीछे अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद तत्कालीन राज्य को केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिए जाने और विधानसभा को 'शक्तिहीन' कर दिए जाने का हवाला दिया था.
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जम्मू और कश्मीर में कब हैं चुनाव?
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी. घाटी में करीब एक दशक बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव के लिए मतदान तीन चरणों में होगा – 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर. नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को घोषित किए जाएंगे.