NIA Rajouri Raid: जम्मू में राजौरी के डांगरी में नये साल पर हुए आतंकी हमले में NIA ने पूंछ इलाके में छापेमारी की. ये छापेमारी लश्कर के OGW-Over Ground Workers पर की गई. इस मामले में NIA ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था जिन्होंनें आतंकियों के छिपने में मदद की थी.


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एजेंसी ने आतंकियो की तलाश में पूंछ इलाके में गुरसाई और मेंढर इलाके में पांच जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर ए तोएबा (LeT) के स्लिपर सेल यानी OGW के ठिकानों पर की गयी थी. छापेमारी में एजेंसी ने काफी सारे डिजिटल सबूत जुटाये जिससे इस हमले की साजिश का पता चलता है.


इससे पहले इस मामले में कारवाई करते हुये NIA ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था जो जेल में बंद हैं. आतंकी निसार अहमद उर्फ हाजी निसार और मुश्ताक हुसैन ने राजौरी के डांगरी में हमला करने वाले दोनों आतंकियों को छिपने में मदद की थी और करीब दो महिने तक अपने बनाये गेस्ट हाउस में छिपाया था. जांच में ये भी पता चला कि ये गेस्ट हाउस भी आतंकियों से मिले पैसों से बनाया गया था. ये दोनों गिरफ्तार आतंकी पाकिस्तान में बैठ लश्कर के आतंकी और हैंडलर सैफुल्ला उर्फ साजिद जुट्ट, अबू कत्तल उर्फ कत्तल सिंधी और मोहम्मद कासिम के लिये काम करते हैं और इन्हीं के कहने पर हमला करने वाले दोनों आतंकियों की मदद की थी.


जेल में बंद इन दोनों आतंकियों से पूछताछ के बाद ही इनके स्लीपर सेल यानी OGW के बारे में पता चला था और उनके ठिकानो पर छापेमारी की गयी.


नये साल पर राजौरी के गांव डांगरी में हुये इस हमले में एक बच्चे समेत पांच लोगों की जान गयी थी. ये हमला रात के समय किया गया था और उसके बाद आतंकी एक घर के बाहर बाल्टी के नीचे IED छिपा कर गये थे जिसकी चपेट में आने से एक बच्चे की जान गयी थी. राजौरी इलाके में काफी सालों बाद आतंकियों ने इस तरीके से ये हमला किया था जिसके बाद अब वहां CRPF के जवानों की तैनाती की गयी है ताकी इस तरह की घटना दोबारा ना हो सके.