Article 370 Anniversary: अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण की पांचवीं वर्षगांठ पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखा गया है. पांच साल पहले आज ही के दिन भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा की थी. सुरक्षा कारणों से अमरनाथ यात्रियों की आवाजाही को निलंबित कर दिया गया और पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग को अलर्ट पर रखा गया है.


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कश्मीर घाटी में भाजपा नेताओं ने वर्षगांठ मनाई और कहा कि निरस्तीकरण के बाद विकास की राह पर केंद्र शासित प्रदेश चल पड़ा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया. श्रीनगर में भाजपा मुख्यालय में मिठाइयां बांटी गईं और प्रधानमंत्री मोदी और देश के समर्थन में नारे लगाए गए. भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने इस कदम को कश्मीर के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया.


हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उन्हें घर में नजरबंद रखा गया. और फैसले के विरोध में बोलने की अनुमति नहीं दी गई है. दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि उन्हें और उनके नेताओं को उनके आवास से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है. महबूबा मुफ्ती ने इसे भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा और कश्मीर के लिए काला दिन बताया. जबकि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विरोधियों को उनके घरों में बंद कर दिया गया है.


भाजपा नेताओं ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये नेता इसलिए शोक मना रहे हैं क्योंकि उनके भ्रष्टाचार के साधन समाप्त हो गए हैं. भाजपा नेता मंजूर भट ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में विकास के लिए जो पैसा आता था, वह अब लोगों तक पहुंच रहा है और जम्मू-श्रीनगर हाईवे को अपग्रेड किया गया है.


सुरक्षा कारणों से अमरनाथ यात्रा को निलंबित कर दिया गया है और पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है. अधिकारियों ने इसे खराब मौसम के कारण रोके जाने की बात कही है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह एहतियात के तौर पर किया गया है.