ये हैं J&K की टॉप 5 बिजनेस वुमन! सरकार की इन योजनाओं ने बनाया आत्मनिर्भर
सरकार की योजना लोगों को काफी फायदा पहुंचाएगी. 2019 से सरकार शिक्षा, स्वास्थय, रोजगार, पर्यटन जैसे कई अहम क्षेत्रों को कवर करने की कोशिश कर रही है.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से यहां की महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं. जम्मू-कश्मीर की युवा महिलाएं बिजनेस में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इन चुनौतियों में राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक और जेंडर संबंधी जागरूकता की कमी शामिल थी. ग्राहकों की जरूरतों को समझने का स्किल इन महिलाओं के बिजनेस में काफी तेजी ला रहा है. ग्रीक सिटी टाइम्स (Greek City Times) ने इनमें से कुछ महिलाओं के बारे में एक रिपोर्ट तैयार की है.
सना इम्तियाज हुसैनी
इस लिस्ट में पहले नंबर पर श्रीनगर में रहने वाली 22 साल की Sana Imtiyaz Hussaini हैं. सना पेशे से बेकर हैं. सना श्रीनगर की पहली महिला हैं जिन्होंने 2020 में जारी हुई देश के टॉप 100 होमबेकर की लिस्ट 'The HomeBekers' में अपना नाम शामिल किया है.
रिफत मुश्ताक
कश्मीर की सबसे उम्रदराज महिला बिजनेसवुमन रिफट मुश्ताक (Rifat Mushtaq) ने माचिस की फैक्ट्री से अपने बिजनेस की शुरुआत की थी. इसके अलावा उन्होंने कार्डबोर्ड बॉक्स और प्रिंटिंग प्रेस का बिजनेस भी शुरू किया.
नुसरत जहान
नुसरत जहान ने घाटी में फूलों की दुकानों की एक चेन बनाई और उसका नाम ‘Ferns n Petals’ रखा. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए दस साल पहले नुसरत ने अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी थी, और साल 2000 में अपना ये बिजनेस स्टार्ट किया.
साइमा निसार
श्रीनगर के पंथा चौक में रहने वाली साइमा निसार ने दूध में मिलावट के खतरे का खात्मा करने का मन बनाया. इसके लिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (JKEDI) से ट्रेनिंग की और लोन के लिए भी अप्लाई किया.
निष्क्रिय पड़ी योजनाएं फिर से हुईं बहाल
ग्रीकसिटी टाइम्स के मुताबिक जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटे दो साल हो गए हैं. अब जम्मू-कश्मीर केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. इन योजनाओं में लंबे अरसे से निष्क्रिय पड़ी Prime Minister Development Package (PMDP) के तहत कई योजनाओं में तेजी लाना शामिल है.
ये योजना लोगों को काफी फायदा पहुंचाएगी. 2019 से सरकार शिक्षा, स्वास्थय, रोजगार, पर्यटन जैसे कई अहम क्षेत्रों को कवर करने की कोशिश कर रही है. सरकार ने कश्मीरी बच्चों की शिक्षा के लिए करीब 50 नए शैक्षणिक संस्थान शुरू किए हैं.