प्रिंसिपल ने 7 छात्रों की हथेली जलाई, चोरी पकड़ने के लिए मोमबत्ती पर रखवाया था हाथ
प्रिंसिपल ने एक मोमबती जला कर सभी छात्र से कहा कि जिसने चोरी की है, उसका हाथ जल जाएगा, जिसने चोरी नहीं की, उसका हाथ नहीं जलेगा,
चाईबासा (आनंद प्रियदर्शी): झारखंड में एक स्कूल प्रिंसिपल की निर्दयता का खुलासा हुआ है. यहां प्रिंसिपल ने सजा के तौर पर 12 छात्रों का हाथ जलती मोमबत्ती पर रखवाया जिससे 7 छात्रों के हाथ जल गए. यह वारदात राज्य के चक्रधरपुर के प्राइवेट स्कूल बरूटा मेमोरियल की है. जानकारी के मुताबिक बरूटा स्कूल के कक्षा चार के एक छात्र का 200 रूपए चोरी हो गए थे. चोरी की शिकायत के बाद प्रिंसिपल ने यह कदम उठाया है. प्रिंसिपल के इस अमानवीय पनिशमेंट पर अभिभावकों में तो भारी रोष है ही, पूरे चक्रधरपुर शहर में प्रिंसिपल के पनिशमेंट की घोर आलोचना हो रही है. लोग सकते में हैं की एक शिक्षिका का बच्चों से यह कैसा व्यवहार है.
दरअसल गुरुवार (31 जनवरी) को इस स्कूल के प्रिंसिपल चोरी पकडने के लिए कक्षा में आई और सभी छात्रों से चोरी के बारे में पूछताछ की, लेकिन किसी छात्र ने चोरी की बात स्वीकार नहीं की. तब प्रिंसिपल ने एक मोमबती जला कर सभी छात्र से कहा कि जिसने चोरी की है, उसका हाथ जल जाएगा, जिसने चोरी नहीं की, उसका हाथ नहीं जलेगा. इसलिए सभी छात्र बारी-बारी से जलती मोमबती पर हाथ रखते जा रहे थे और चोरी नहीं करने की शपथ ले रहे थे. इसी क्रम में सात छात्रों की कोमल हथेली जल गई. जिसमें 4 छात्र हैं और तीन छात्राएं हैं.
आपको बता दें कि इस मिशनरी स्कूल में पढने वाले सभी बच्चे गरीब तबके के से आते हैं, कम फीस में इस स्कूल में बच्चों को शिक्षा दी जाती है. घटना के बाद अभिभावक गुस्से में तो हैं लेकिन बच्चे का स्कूल से नाम ना कट जाए इसलिए कैमरे के सामने आने से कतरा रहे हैं.
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इधर इस पूरे मामले में प्रिंसिपल ने कहा की लगातार स्कूल में चोरी हो रही थी, बच्चों में चोरी नहीं करने का भय पैदा करने के लिए उसने जलती मोमबत्ती पर हाथ रख शपथ दिलवा रही थी. लेकिन इसी दौरान कुछ सीनियर छात्रों के शरारत के कारण बच्चों की हथेली जल गई. प्रिंसिपल ने इस मामले पर कैमरे में माफ़ी भी मांगी और ऐसी घटना दोबारा न इस पर ध्यान रखने की बात कही.