Land For Job Case: दिल्ली की एक अदालत में अहम सुनवाई होनी है. जिसमें नौकरी के बदले जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशायल (ED) द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेने को लेकर राउज एवेन्यू कोर्ट सुनवाई करेगा. ईडी ने अपनी इस चार्जशीट में बिहार (Bihar) की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, लालू यादव की पुत्री मीसा भारती, हेमा यादव, अमित कात्याल, हृदयानंद चौधरी के साथ दो कंपनियों एके इंफोसिस्टम, एबी एक्सपोर्ट को भी आरोपी बनाया है.


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राउज़ ऐवन्यू कोर्ट 18 जनवरी को चार्जशीट पर संज्ञान लेने पर सुनवाई करेगा. ईडी की इस मामले पहली चार्जशीट है जबकि सीबीआई 3 चार्जशीट फाइल कर चुकी है. ईडी ने कोर्ट में बताया कि राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और ह्रदयानंद चौधरी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. 


मामले की जांच अभी जारी है. इस केस में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल होनी है. 4751 पेज की चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. RJD सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से कथित तौर पर जुड़े अमित कात्याल को जांच एजेंसी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में हिरासत में लिया था. 


क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला?


यह केस करीब 15 साल पुराना है. उस वक्त लालू यादव केंद्र की सरकार में रेल मंत्री थे. दावा है कि लालू ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन लिखवा ली थी. बताते चलें कि लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे. सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था. 


बाद में इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हुई. लैंड फॉर जॉब स्कैम में एजेंसी ने जो अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की थी. उसमें 7 लोगों को आरोपी बनाया गया था.