नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सेना के राइफलमैन औरंगजेब की हत्या के मामले में एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो औरंगजेब की हत्या से पहले का बताया जा रहा है. इस वीडियो में आतंकियों और सेना के जवान औरंगजेब के बीच बातचीत को साफ सुना जा सकता है. वीडियो में आतंकियों ने औरंगजेब को एक पेड़ के नीचे बैठा रखा है और उससे सवाल पूछ रहे है. वीडियो में किसी आतंकी का चेहरा तो नहीं दिख रहा है लेकिन सेना के जवान औरंगजेब के साथ हुई बातचीत में आतंकी की आवाज एकदम साफ सुनाई दे रही है. इस वीडियो में आतंकियों ने राइफलमैन औरंगजेब से उसके पिता का नाम, घर और किसी एनकाउंटर के दौरान उसके शामिल होने को लेकर सवाल पूछे.


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वीडियो में आतंकी भारतीय सेना के राइफलमैन औरंगजेब से पूछते दिख रहे हैं कि क्या वह मेजर शुक्ला की टीम में शामिल था? आपको बता दें कि मेजर शुक्ला की टीम ने ही आतंकी समीर टाइगर का एनकाउंटर किया था. 




आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब से क्या-क्या पूछा


आतंकी - क्या नाम है तेरा
औरंगजेब- औरंगजेब
आतंकी-बाप का नाम?
औरंगजेब- मोहमम्मद हनीफ
आतंकी-कहां रहते हो
औरंगजेब-पूंछ
आतंकी-ड्यटी किधर है
औरंगजेब-पुलवामा
औरंगजेब-सिपाही हूं...पोस्ट पर ड्यूटी करता हूं
आतंकी -शुक्ला का गार्ड है मतलब तू
आतंकी-उसके साथ में सिविल में तू ही आता है ना
औरंगजेब-हां
आतंकी -मोहम्मद, वसीम और तल्हा  भाई के एनकाउंटर में तूने ही किया था
आतंकी -तूने ही बिगाड़ा था जिस्म को
औरंगजेब-नहीं मेरे हाथ में लगी थी
आतंकी -क्या लगी थी
औरंगजेब-मेरा हाथ टूट गया था
आतंकी -आतंकी उनके लाश की बेहूरमती किसने की थी
औरंगजेब—फायर से हुआ था
आतंकी- तीनों की बेहूरमती की थी
औरंगजेब- जी हां फायर किया था
आतंकी--आतंकी शहीद होने के बाद ?
औरंगजेब-हां


बता दें कि ईद मनाने के लिए छुट्टी लेकर अपने घर जा रहे सेना के जवान औरंगजेब को आतंकियों ने गुरुवार सुबह अगवा कर लिया था. औरंगजेब पुंछ जिले के रहने वाले थे. औरंगजेब का गोलियों से छलनी शव गुरुवार (14 जून) शाम  को पुलवामा से बरामद हुआ था. जानकारी के मुताबिक पुलिस और सेना के संयुक्त दल को औरंगजेब का शव कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में मिला. उनके सिर और गर्दन पर गोलियों के निशान थे. 4 जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के राइफलमैन औरंगजेब फिलहाल शोपियां के शादीमार्ग स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे. अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार (14 जून) सुबह करीब नौ बजे यूनिट के सैनिकों ने एक कार को रोककर चालक से औरंगजेब को शोपियां तक छोड़ने को कहा. आतंकवादियों ने उस वाहन को कालम्पोरा में रोका था और जवान का अपहरण कर लिया था.



सेना से रिटायर पिता का छलका दर्द
औरंगजेब के पिता ने मीडिया से बात करते समय कहा, "आतंकवादियों ने मेरे बेटे को अगवा कर लिया. कश्मीर से आतंकियों का 2003 से सफाया नहीं हो सका. जालिमों ने मेरे बेटे को नहीं आने दिया. श्रीनगर के अंदर जो भी नेता लोग बैठे हैं उनको बाहर निकाला जाए. मैं मोदी जी को 72 घंटे देता हूं नहीं तो मैं खुद बदला लेने को तैयार हूं. हम इंडियन आर्मी देश के लिए जान कुर्बान करते हैं, लेकिन हमारे लिए कुछ नहीं है."



औरंगजेब के चाचा को भी आतंकियों ने मारा था 
यहां आपको यह भी बता दें कि औरंगजेब के चाचा को भी 2004 में आतंकवादियों ने मार डाला था. औरंगजेब के कुल 6 भाई हैं (औरंगजेब और एक भाई सेना में, जबकि बाकी चार पढ़ रहे हैं). औरंगजेब के पिता खुद सेना से रिटायर हुए हैं.