एएसपी रायपुर विजय अग्रवाल ने कहा कि शहीद हुए चारों जवान छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के मूल निवासी थे.
Trending Photos
रायपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में बुधवार (24 जनवरी) शाम हुई मुठभेड़ में डीआरजी (डिस्ट्रक्ट रिजर्व ग्रुप) के 4 जवान शहीद हो गए और 9 जवान बुरी तरह जख्मी हो गए. इनमें से 4 की हालत नाजुक बनी हुई है. घायलों को हेलीकाप्टर की मदद से रायपुर लाया गया है. एएसपी रायपुर विजय अग्रवाल ने कहा कि शहीद हुए चारों जवान छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के मूल निवासी थे. वहीं घायल जवानों में भी 7 जवान छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं. घायलों में एक जवान बलिया (उत्तरप्रदेश) और दूसरा जवान छतरपुर (मध्यप्रदेश) का निवासी है.
एएसपी ने कहा कि मुठभेड़ में बिलासपुर के उपनिरीक्षक विनोद कौशिक, कोरबा के उपनिरीक्षक मूलचंद सिंह कंवर, नारायणपुर के आरक्षक देवनाथ पुजारी और कोंडागांव के आरक्षक रायसिंह मरकाम शहीद हो गए. वहीं आरक्षक बृजेश यादव (बलिया), जयकरण प्रजापति (छतरपुर), संजय पटेल (कांकेर), घसिया राम कुमेटी (कांकेर), संतोष कुमार दुग्गा (कांकेर), नंदकुमार लकड़ा (रायगढ़), रोहित बेसरा (कांकेर), जगेन्द्र उईके (बालोद) और गोवर्धन कुंजाम घायल हो गए. घायलों का उपचार रायपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है.
बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि छोटेडोंगर थाना क्षेत्र से डीआरजी और एसटीएफ का संयुक्त बल नक्सली गश्त सर्चिग के लिए रवाना किया गया था. ग्राम ईरपानार एवं गोमटेर के मध्य जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने भी मोर्चा संभालते हुए फायरिंग की. लगभग दो घंटे तक दोनों ओर से रुक-रुककर गोलीबारी हुई, इसके बाद अंतत: नक्सली घने जंगलों की ओट लेकर भाग खड़े हुए.
आईजी सिन्हा ने कहा कि मुठभेड़ स्थल पर मौजूद परिस्थितिजन्य साक्ष्य, खून के धब्बे और घसीटे जाने के निशान से यह साबित होता है कि कुछ नक्सली मारे गए हैं और कई लहुलूहान हुए हैं. घायल नक्सलियों के शव उनके साथी अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे.
इससे पहले छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन प्रहार-2 से बौखलाए नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में बीते 20 जनवरी को जमकर उत्पात मचाया था. उन्होंने फरसपाल के पहाड़ी क्षेत्र में निर्माण कार्य में लगे तीन वाहनों को आग लगा दी थी. तुमनार के साप्ताहिक बाजार में सिलसिलेवार बम विस्फोट किए गए थे, जिससे बाजार में अफरातफरी मच गई थी. इसमें एक जवान को हल्की चोट भी आई थी.
तुमनार के साप्ताहिक बाजार में आने-जाने वालों पर नदी के उस पार बेलनार से नक्सली निगाह रखी जाती है. 20 जनवरी को दोपहर 12 बजे वहां पर दो विस्फोट हुए. इसमें बाजार की सुरक्षा में तैनात एक जवान को हल्की खरोंच आई थी. तीसरा विस्फोट नक्सलियों ने वहां जांच करने पहुंचे अधिकारियों पर करने की कोशिश की. हालांकि उनका ये वार भी खाली गया. अधिकारियों के पहुंचने के पहले ही वहां विस्फोट हो गया और वे पाक-साफ बच गए.
फरसपाल के काफी अंदरूनी क्षेत्र पंडेवार में जहां जिंदल कंपनी का निर्माण कार्य चला रहा था. वहां शुक्रवार (19 जनवरी) की देर रात नक्सलियों ने अचानक धावा बोलकर दो ड्रिल मशीन और एक बाइक को आग लगा दिया. इसके सप्ताह भर पहले भी नक्सली इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. संबंधित थानों की पुलिस ने दोनों ही मामलों की गहनता से छानबीन कर रही है.
(इनपुट एजेंसी से भी)