चन्द्रशेखर सोलंकी/रतलाम: रतलाम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता युवती ने नौकरी से निकाले जाने की धमकी मिलने पर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि सुपरवाइजर से विवाद के बाद युवती को नौकरी से निकालने की धमकी मिली थी. इसके बाद युवती ने अपने घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं, परिजनों ने घर से शव नहीं ले जाने और पहले धमकी देने वाली सुपरवाइजर को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर काफी देर हंगामा किया. पुलिस व अन्य परिजनों की समझाइश के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा सका. 


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मध्य प्रदेश में बेरोजगारी इस कदर तरह हावी है कि छोटी सी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी छिन जाने की धमकी भी आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाने को मजबूर कर सकती है. रतलाम में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जिसमें आंगनवाड़ी पैड का 2 दिन पहले एक युवती को लेटर मिला. सुपरवाइजर से विवाद के बाद धमकी मिली कि वह नौकरी से निकलवा देगी. इस धमकी से युवती इस कदर परेशान हुई कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.


दरअसल, शुक्रवार की सुबह ईश्वर नगर निवासी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता निर्मला कटारा ने अपने घर में फांसी लगा ली. पिता कैलाश कटारा का आरोप है कि बेटी को नौकरी लगने पर धमकी दी गयी और नौकरी पर नहीं आने का दबाव था. शाम को विभाग की दो महिलाएं भी आई थीं. घर पर निर्मला से विवाद कर नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी थी. परिजनों ने धमकी देने का आरोप सुपरवाइजर एहतेशाम अंसारी और एक अन्य कर्मचारी बरखा भगोरा पर लगाया है. वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर तत्काल पहुंच गई.


पुलिस के मुताबिक, मृतका के पिता कैलाश ने बताया कि कुछ समय पहले ही आंगनवाड़ी में उसे कार्यकर्ता बनाया था. जिसका नियुक्ति पत्र भी आया था. गुरुवार की शाम को विभाग की दो महिलाएं एहतेशाम अंसारी और बरखा भगोरा घर आई थीं. दोनों महिलाएं काफी जोर-जोर से चिल्ला रही थी और नौकरी से हटवाने की धमकी दी थी. दीनदयाल नगर थाने में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.