दतिया के दांव: कांग्रेस को लगा एक और झटका, क्यों दिलचस्प होते जा रहे हैं इस सीट के समीकरण
Datia Vidhan Sabha: दतिया विधानसभा सीट पर चुनावी समीकरण अब दिलचस्प होते जा रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस को एक और झटका लगा है.
Datia Vidhan Sabha: मध्य प्रदेश की सबसे हॉट विधानसभा सीटों में शामिल दतिया में अब चुनावी समीकरण दिलचस्प होते जा रहे हैं. बीजेपी की तरफ से यहां कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि कांग्रेस की तरफ से राजेंद्र भारती चुनाव लड़ रहे हैं. पिछली बार भी इन दोनों नेताओं के बीच मुकाबला बेहद क्लोज गया था. ऐसे में इस बार भी मामला इस बीच पिछले एक हफ्ते में यहां कांग्रेस को बड़े झटके लगे हैं.
पूर्व जिलाध्यक्ष बीजेपी में शामिल
दरअसल, दतिया में कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष और दो बार पार्षद रही उषा नाहर ने आज कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है. गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई. बता दें कि उषा नाहर की वैश्य समाज में अच्छी पकड़ है, मतदान के अंतिम दिनों में आना निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करता है और कांग्रेस का नुकसान माना जा रहा है.
गुरुशरण गुप्ता भी कांग्रेस में शामिल
कांग्रेस नेता उषा नाहर से पहले दतिया सीनियर लीडर गुरुदेव शरण गुप्ता भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं. जबकि उन्होंने इशारों-इशारों में बीजेपी के नरोत्तम मिश्रा को समर्थन देने का ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया है कि वह किस पार्टी का दामन थामेंगे. लेकिन गुरुशरण गुप्ता का कांग्रेस छोड़ना बड़ी बात मानी जा रही है.
ये भी पढ़ेंः बीजेपी में फिर बगावत, दमोह और श्योपुर में कई नेताओं ने एक साथ छोड़ी पार्टी
20 सालों से बीजेपी का कब्जा
दतिया विधानसभा सीट पर बीजेपी के कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा की मजबूत पकड़ मानी जाने वाली है. नरोत्तम मिश्रा के साथ-साथ ये विधानसभा सीट पीतांबरा देवी के मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध न करें. इस सीट पर पिछले 20 सालों से बीेजेपी का कब्जा है. 1993 के बाद से यहां एक बार भी कांग्रेस की जीत हासिल नहीं हुई है. आगमी विधानसभा चुनाव के लिए BJP की ओर से नरोत्तम मिश्रा मैदान में जबकि कांग्रेस ने एक बार फिर चार बार से हार का सामना कर रहे राजेंद्र भारती पर एक बार फिर भरोसा जताया है. यहां करीब 30 हजार से ज्यादा ब्राह्मण वोटर्स हैं, जबकि कुशवाह समाज के लोगों की जनसंख्या भी इसके बराबर ही है. यहां पिछले कुछ सालों में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर नरोत्तम मिश्रा को अच्छा खासा सपोर्ट मिलता आया है. हालांकि, राजेंद्र भारती भी ब्राह्मण समाज से ही आते हैं और वे भी पूर्व में 1 बार विधायक रह चुके हैं.
कांग्रेस ने बदला था टिकट
बता दें कि दतिया में कांग्रेस ने पहले बीजेपी से आए अवधेश नायक को टिकट दिया था. लेकिन बाद में कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते अवधेश नायक का टिकट बदल दिया गया था. उनकी जगह राजेंद्र भारती को फिर से प्रत्याशी बनाया गया है. ऐसे में इस सीट के समीकरण दिलचस्प होते जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः MP Chunav 2023: BJP के खिलाफ पूर्व डकैत की एंट्री, जानें मलखान के मन में क्या है?