Chhatisgarh Vidhansabha Chunav 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार महिलाओं ने बढ़चढ़ का वोटिंग की है. 50 से ज्यादा सीटों पर इनका आंकड़ा बढ़ा है. ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है की ये महतारी वंदन या गृहलक्ष्मी किसका असर है.
Trending Photos
CG Chunav 2023: सत्य प्रकाश/रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 2 चरणों में मतदान हो गया है. इसमें खास बात ये है की प्रदेश में महिला वोटर, पुरुष वोटरों से ज्यादा होने के साथ साथ इस बार महिला वोटरों ने पुरुष वोटर्स के मुकाबले ज्यादा मतदान किया है. 50 से ज्यादा ऐसी सीटें हैं जहां महिला वोटर्स ने पुरूषों के मुकाबले ज्यादा वोटिंग की है. खास बात ये भी है कि जिन सीटों पर महिलाओं ने बंपर वोटिंग की है वहां ज्यादातर सीटों पर मतदान प्रतिशत 80 फीसदी के आसपास या उससे भी ज्यादा है.
महतारी वंदन या गृहलक्ष्मी किस का असर
अब सवाल ये है की प्रदेश में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत किस आधार पर बढ़ा है. क्योंकि चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपने घोषणापत्र में महिला वोटर को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा. दोनों ने ही महिलाओं के लिए एक से बढ़कर एक ऐलान किए थे.
कौन सी है ज्यादा वोटिंग वाली सीटें
ज्यादा वोटिंग वाली सीटों में लैलूंगा, धरमजयगढ़, खल्लारी, कोंटा, कोंडागांव, केशकाल, खुज्जी, भरतपुर-सोनहत जैसी सीटें शामिल है. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर महिलाओं ने किसके पक्ष में बंपर वोटिंग की है.
कांग्रेस के ऐलान
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस भी कोई कसर नहीं छोड़ी थी. गृहलक्ष्मी योजना के जरिए 15 हजार रुपये सालाना देने का ऐलान सीएम भूपेश बघेल ने किया था. इसके साथ ही घोषणा पत्र में गैस सिलेंडर पर 500 रुपये सब्सिडी का वादा किया गया था. अलग-अलग दौरों पर आए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी कई ऐलान किए थे.
भाजपा का ऐलान
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से पहले महिलाओं के लिए घोषणा पत्र में बड़ा हिस्सा दिया था. इसी के आधार पर उसके नेता मैदान में थे. भाजपा ने 500 रुपये में गैस सिलेंडर के साथ ही महतारी वंदन योजना के जरिए 12 हजार रुपये सालाना देने की घोषणा की थी. इसके अलावा नेता शराबबंदी के मुद्दे को लेकर भी महिलाओं के बीच लेकर गए थे.
किस ओर जाएगा महिलाओं का मत
प्रदेश में 7 नवंबर और 17 नवंबर को 2 चरणों में मतदान हो चुका है. इसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ का हिस्सा लिया. अब परिणाम 3 दिसंबर को आने हैं. इससे पहले अब ये सवाल हर कोई कर रहा है की महिला का मत किस ओर गया है. हालांकि, इसे लेकर तो कुछ कहा नहीं जा सकता है. लेकिन, दोनों दलों ने इसे हासिल करने के लिए प्रयास पूरा किया है और अब जीत का दावा भी कर रही हैं.