MP Election: मध्य प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई है. प्रदेश में जबरदस्त वोटिंग होने के बाद राजनीतिक पंडितों के गणित भी गड़बड़ाते नजर आ रहे हैं. इस बीच वोटिंग खत्म होने के बाद बीजेपी के एक विधायक ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधायक ने आदिवासियों को लेकर बड़ी बात कही है. जिस पर कांग्रेस ने भी निशाना साधना शुरू कर दिया है. 


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आदिवासियों के टिकट बदले जाते हैं 


दरअसल, खंडवा जिले की पंधाना सीट से बीजेपी विधायक राम दांगोरे का टिकट कर काटकर इस बार बीजेपी ने छाया मोरे को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में टिकट वितरण के बाद भी राम दांगोरे की नाराजगी दिखी थी, जबकि अब एक बार फिर उन्होंने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला है. राम दांगोरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बार-बार आदिवासी विधायको के ही टिकट क्यों बदले जाते हैं, कौन से सीनियरों को आदिवासी विधायकों से खतरा है.'


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खंडवा में चारों सीटें जीतेंगे 


राम दांगोरे ने बीजेपी पर बीजेपी विधायको के टिकिट काटने का आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा कि आदिवासी हितैषी बनने वाली बीजेपी पर आदिवासी विधायको को सीनियर बनने से रोकने के लिए उनके टिकट काटे जाते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि हम खंडवा जिले की चारों सीटें जीतेंगे लेकिन जिम्मेदारों के लिए एक यक्ष प्रश्न है कि बार बार सिर्फ आदिवासी विधायक ही क्यों बदले जा रहे हैं. या तो किसी को आदिवासियों की सीनियरिटी से खतरा है या आदिवासियों को राजनीति ही नहीं आती. उनकी इस पोस्ट के बाद जमकर सियासत भी हो रही है. 


राम दांगोरे का टिकट बदला 


राम दांगोरे 2018 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे, बाद में उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया गया था. लेकिन इस बार बीजेपी ने उनका टिकट बदलकर छाया मोरे को दिया है. जिसके बाद से ही वह नाराज बताए जा रहे हैं. राम दांगोरे 15वीं विधानसभा सबसे युवा विधायकों में से एक थे. 


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