MP Vidhansabha Chunav: भोपाल। मध्य प्रदेश में 30 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव नामांकन की आखिरी डेट थी. इस दौरान प्रदेश के तमाम बड़े नेताओं के साथ ही सभी बचे उम्मीदवारों ने अपनी चुनावी पर्टा दाखिल किया. इस दौरान पूरे प्रदेश से 69 ऐसे लोगों ने फार्म भरा जो बीजेपी कांग्रेस में थे और टिकट न मिलने बार पार्टी से बागी हो गई. ऐसे में अब कहा जा रहा है की 2023 के इस रण में बीजेपी के 34 और कांग्रेस के 35 बागी टेंशन बढ़ा सकते हैं. हालांकि, अभी पार्टियों के पास एक रामबाण बचा हुआ है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

69 बागियों ने दाखिल किया पर्चा
आखिरी तारीख तक भरे गए नामांकन के बारे में जाने तो पूरे प्रदेश से बीजेपी के 34 और कांग्रेस के 35 बागियों ने पर्चा दाखिल किया है. देखिये किस पार्टी से कौन है बागियों में बड़ा चेहरा


ये भी पढ़ें: विंध्य में नाराणय त्रिपाठी के साथ हुआ खेल, नामांकन से पहले मुकर रहे VJP के प्रत्याशी


बीजेपी के बागी
- बुरहानपुर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष चौहान
- मुरैना से भाजपा छोड़कर बसपा में जाने वाले पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के पुत्र राकेश
- मंगवा से पूर्व विधायक पन्ना बाई प्रजापति निर्दलीय
- बड़वारा से पांच बार के विधायक और पूर्व मंत्री मोतीलाल कश्यप, 2018 के हार गए थे इस बार पार्टी ने टिकट काट लिया
- जबलपुर उत्तर मध्य से नगर निगम नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल निर्दलीय
- श्योपुर से भाजपा जिला उपाध्यक्ष बिहारी सिंह सोलंकी ने बहुजन समाज पार्टी से नामांकित
- रीवा के मनगवां से भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति की पत्नी पूर्व विधायक पन्ना बाई निर्दलीय
- सीधी से बीजेपी के विधायक केदार शुक्ला निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे है


कांग्रेस के बागी
- पूर्व मंत्री कौशल्या गोतिया ने सिहोरा से निर्दलीय नामांकन भरा है
- हटा से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भगवानदास चौधरी ने निर्दलीय पर्चा भरा है
- पोहरी से कांग्रेस के दावेदार प्रद्युम्न वर्मा बसपा से फार्म दाखिल किया है


CG Chunav 2023: पहले चरण में 20 सीटों पर होगा BJP-कांग्रेस के इन दिग्गजों का फैसला


बागियों को मनाने की कोशिश
राजनीतिक दलों ने बागियों को मनाने में पूरी ताकत झोंक दी. बीते रोज अमित शाह भी इसी के लिए मध्य प्रदेश पहुंचे थे और सभी रूठों दिल्ली आने का न्यौता दिया है. वहीं कांग्रेस ने बागियों को मनाने के लिए मंगलवार को दिल्ली में बड़ी बैठक रखी है.


रामबाण ही उपाय
चूंकी नामांकन दर्ज हो चुके हैं. अब नाम वापसी करने के 2 नवंबर तक का वक्त है. अगर कोई व्यक्ति चाहता है की तो वो अपना नाम वापस ले सकता है. इसके बाद चुनाव आयोग स्क्रूटनी करेगा और गलत पाए गए फार्म रिजेक्ट कर देगा. फिर बाकी बचे प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में होगे. ऐसे में सियासी दलों के पास इस तारीख से पहले रूठों को मनाने का एक आखिरी दांव है. अगर ये चल गया तो उनके लिए रामबाण सिद्ध हो सकता है.


MP Chunav में BJP लेगी 21 देशों से मदद, ये है बड़ी ग्लोबल प्लानिंग