madhya pradesh news-मध्यप्रदेश में लगातार कालेधन के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से इनकम टैक्स टीम और लोकायुक्त के छापों ने सनसनी मचा दी है. इन रेड्स में कई धनकुबेर सामने आएं हैं. एक जंगल में मिली कार में 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश बरामद होने के बाद देशभल में सनसनी फैल गई. इसके पीछे ऐसे आदमी का नाम सामने आया जिसने मात्र 40 हजार रुपए की नौकरी और एक साल पहले ही नौकरी से वीआरएस ले चुका है. 


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एक दिन पहले लोकायुक्त की टीम ने आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा के घर से 60 किलो चांदी समेत एक करोड़ रुपए के गहने और पौने तीन करोड़ रुपए कैश बरामद किया था. 


कौन है सौरभ शर्मा 


सौरभ शर्मा आरटीओ में आरक्षक के पद पर तैनात था, उसे यह नौकरी उसके पिता की मौत के बाद मिली थी. लेकिन उसके पिता स्वास्थ्य विभाग में तैनात थे, सौरभ को अनुकंपा में परिवहन विभाग में नियुक्ति दी गई थी. सौरभ शर्मा ने करीब 7 सालों तक परिवहन विभाग में नौकरी की. साल 2023 में उसने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और तीन महीने का नोटिस पीरियड भी पूरा नहीं किया. 


कार में मिला सोना 


मेंडोरा के जंगल में लावारिस कार में मिला सोना और कैश से भी सौरभ शर्मा का संबंध है. क्योंकि कार चेतन सिंह गौड़ के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो सौरभ शर्मा का करीबी है. चेतन सिंह गौड़ पिछले चार सालों से भोपाल में रहा है. लोकायुक्त की टीम ने चेतन सिहं गौड़ के घर से करीब 30 लाख रुपए की कीमत का घर का सामान बरामद किया था. 


आयकर टीम को मिले सबूत 


कार में मिले कैश और सोने को लेकर पुलिस और आयकर विभाग की टीम को सबूत मिले हैं. ईड की टीम को सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित घर E-7 में बने दफ्तर के सामने लगे सीसीटीवी मिले हैं. जिसके बाद ये संभावना जताई जा रही है कि उसके घर स्थित इसी दफ्तर से कार इनोवा कार निकली थी. यानी जो पैसा और सोना इनोवा कार से मिला है वो सौरभ शर्मा अपने दफ्तर से कार में रख कर ले गया था.