भोपालः राजधानी दिल्ली के चारों ओर बॉर्डर पर बीते ढ़ाई महीने से कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों का मुद्दा भाजपा के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. इस बीच पार्टी के अपने ही नेता ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मध्य प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद रघुनंदन शर्मा ने कृषि मंत्री के नाम एक सोशल मीडिया पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने तीखे शब्द बाण छोड़े हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शक्की या सनकी! पत्नी पर इतना शक, सीरियल से आइडिया लेकर कमरे में मकड़ी के जाल बिछाए


हजारों राष्ट्रवादियों की मेहनत से बनी है सरकार
रघुनंदन शर्मा ने लिखा है, ’’प्रिय नरेंद्र जी, आप भारत शासन में सहयोगी एवम सहभागी हैं. आज की राष्ट्रवादी सरकार बनने तक हजारों राष्ट्रवादियों ने अपने जीवन और यौवन को खपाया है. पिछ्ले 100 वर्षों से जवानियां अपने त्याग समर्पण और परिश्रम से मातृभूमि की सेवा तथा राष्ट्रहित सर्वोपरि की विचार धारा के विस्तार में लगी हुई हैं. आज आपको जो सत्ता के अधिकार प्राप्त हैं, वे आपके परिश्रम का फल है यह भ्रम हो गया है.’’


Madhya Pradesh Job: 10वीं पास के लिए सुनहरा मौका, 13206 पदों पर निकली वैकेंसी


आपके सिर पर सत्ता का मद चढ़ गया है
भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद ने आगे लिखा है, ’’सत्ता का मद जब चढ़ता है तो नदी, पहाड़ या वृक्ष की तरह दिखाई नहीं देता. वह अदृश्य होता है, जैसा अभी आपके सिर पर चढ़ गया है. प्राप्त दुर्लभ जनमत को क्यों खो रहे हो? कांग्रेस की सभी सड़ी गली नीतियां हम ही लागू करें यह विचार धारा के हित में नहीं है. बूंद बूंद से घड़ा खाली होता है. जनमत के साथ भी यही है. आपकी सोच कृषकों के हित की हो सकती है परंतु कोई स्वयं का भला नहीं होने देना चाहता तो बलात भलाई का क्या ओचित्य है?’’


MP: 5वीं/8वीं के प्राइवेट छात्रों को रजिस्ट्रेशन का एक और मौका, बोर्ड पैटर्न पर होगी परीक्षा


कोई नंगा रहना चाहता है तो उसे जबरदस्ती कपड़े क्यों पहनाना
रघुनंदन शर्मा ने कृषि मंत्री तोमर के नाम अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, ’’कोई नंगा, नंगा ही रहना चाहता है तो बल पूर्वक कपड़े क्यों पहनाना. आप राष्ट्रवाद को बलशाली बनाने में संवैधानिक शक्ति लगाओ, कहीं हमें बाद में पछताना ना पड़े.. सोचता हूं विचारधारा के भविष्य को सुरक्षित रखने का संकेत समझ गए होगें.’’ आपको बता दें कि किसानों और सरकार के बीच 11 दौर की वार्ता के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका है. सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को 18 महीने तक स्थगित करने का प्रस्ताव भी किसान यूनियनों को दे चुकी है, लेकिन वे इन्हें रद्द करने पर ही अड़े हुए हैं.


वीडी शर्मा बोले- पता करूंगा ऐसा क्यों बोला? 
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से जब रघुनंदन शर्मा के सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं. उन्होंने क्या लिखा है एक बार मैं उसका अध्ययन करूंगा. उनके मन में क्या आया है, क्यों आया. एक बार बात करके हम तय करेंगे कि उन्होंने क्या कहा है और उन्होंने क्यों ऐसा बोला है.''


 



WATCH LIVE TV