संजीत यादव/जशपुर: जशपुर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई की जाने वाली रेडी टू ईट खाने से 17 बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए, सभी बच्चे उल्टी दस्त के साथ बेहोश होने लगे और आनन फानन में सभी को बगीचा अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां बच्चों की इलाज के बाद अब खतरे से बाहर बताया जा रहा है.


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दरअसल जशपुर जिले के बगीचा विकासखण्ड के ढोढ़रअंबा के आश्रित ग्राम नवापारा में मंगलवार की दोपहर एक के बाद एक 17 पहाड़ी कोरवा बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी. सभी बच्चे उलटी दस्त करने लगे और सभी बच्चे बेहोशी की हालत में आ गए. घटना की जानकारी शाम को जनप्रतिनिधियों ने जशपुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल को दी जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम तहसीलदार सीईओ और बीएमओ के साथ मेडिकल अमला मौके पर पहुंचा, जहां बच्चों की हालत को देखते हुए सभी बच्चों को एम्बुलेंस से बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया.


सभी बच्चे खतरे से बाहर
बगीचा अस्पताल में सभी बच्चों का इलाज तत्काल शुरू किया गया. जहां इलाज के बाद अब सभी बच्चों खतरे से बाहर है. फूड प्वायजनिंग किन कारणों से हुई ये अभी स्पष्ट नहीं है. 


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खाने के बाद तबियत बिगड़ी
बच्चों के परिजनों का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों से मिला रेडी टू ईट बच्चों ने खाया और उसी के बाद उनकी तबियत बिगड़ी है. वहीं अधिकारियों का कहना हैं कि गांव में शादी समारोह चल रहा था और उसी समारोह में दी गई दूषित बुंदिया मिठाई से बच्चों की तबियत बिगड़ी है. बहरहाल जांच के बाद ही फूड पॉइजनिंग के असल कारणों का पता चल पायेगा.