Chhattisgarh BJP State President: छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने एक और बड़ा बदलाव करते हुए चौंकाने वाला फैसला लिया है. पार्टी ने अरुण साव की जगह किरण देवसिंह को राज्य का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. बता दें कि अरुण साव के डिप्टी सीएम बनने के बाद से ही नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर जारी था. लेकिन पार्टी ने एक बार फिर से तमाम दिग्गजों को दरकिनार करते हुए अरुण साव की जगह पहली बार के विधायक किरण सिंहदेव को अध्यक्ष की कमान सौंपी है. जिसके पीछे कई अहम कारण बताए जा रहे हैं. 


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बीजेपी ने इस बार छत्तीसगढ़ में सीएम से लेकर डिप्टी सीएम तक कई चौंकाने वाले फैसले लिए हैं, ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी पार्टी ने चौंकाने वाला फैसला ही लिया है. किरण सिंहदेव को अध्यक्ष बनाने के पीछे और भी कई रीजन हैं, जो उन्हें दावेदारी में सबसे आगे ले गए. 


बस्तर से आते हैं किरण सिंहदेव 


किरण सिंहदेव हाल ही में जगदलपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं. उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पीछे सबसे बड़ी वजह उनका बस्तर संभाग से आना माना जा रहा है. क्योंकि कांग्रेस ने बस्तर संभाग से आने वाले दीपक बैज को आगे भी प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखने का फैसला किया है, ऐसे में किरण सिंहदेव को उनकी काट के तौर पर भी देखा जा रहा है. इसके अलावा बस्तर संभाग की सीटों पर बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसे में पार्टी ने संगठन की कमान यही से आने वाले नेता को सौंपी है. ़ॉ


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सामान्य वर्ग से हैं सिंहदेव 


छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने इस बार जातिगत समीकरणों का पूरा ध्यान रखा है. पार्टी ने चुनाव के बाद आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री का चयन किया है, जबकि ओबीसी और ब्राह्राण वर्ग से डिप्टी सीएम बनाए गए हैं. ऐसे में सामान्य वर्ग के आदमी को संगठन की जिम्मेदारी देकर जातिगत समीकरण और भी दुरुस्त करने की कोशिश की है. किरण सिंहदेव से पहले सामान्य वर्ग से आने वाले रमन सिंह भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. 


नई पीढ़ी को मौका 


किरण सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला संगठन में पीढ़ी परिवर्तन से जोड़कर भी देखा जा रहा है. क्योंकि पार्टी में कई दिग्गज नेता थे, जो इस पद के दावेदार माने जा रहे थे. लेकिन बीजेपी पहली बार के विधायक किरण सिंहदेव को अध्यक्ष बनाकर एक नए नवेले नेता को संगठन की कमान सौंप दी है, जिससे माना जा रहा है कि अब संगठन में वह नए स्तर पर और भी बदलाव करेंगे. 


ग्रामीण वर्ग में पकड़ 


छत्तीसगढ़ में 2018 में बीजेपी की हार की एक बड़ी वजह ग्रामीण वोटरों का छिटकना भी रहा था. लेकिन पार्टी ने इस बार पूरी तरह से ग्रामीण वोटर्स पर पूरा फोकस किया, जिससे पार्टी को अच्छी सफलता मिली और एक बार फिर से राज्य में मजबूत वापसी की है. किरण सिंहदेव की ग्रामीण वर्ग में अच्छी पकड़ मानी जाती है. ऐसे में बीजेपी ने उन्हें यहां मौका दिया है. क्योंकि जगदलपुर समेत आसपास के क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है. 


2024 लोकसभा चुनाव पर नजर 


बीजेपी ने इस बार छत्तीसगढ़ में बड़े परिवर्तन किए हैं, ऐसे में किरण सिंहदेव को अध्यक्ष बनाने को लेकर संगठन में बदलाव के तौर पर भी देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि वह नई कार्यकारिणी में नए कार्यकर्ताओं को मौका देंगे. 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से यह फैसला अहम माना जा रहा है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें आती हैं बीजेपी ने इस बार सभी 11 की 11 सीटें जीतने का लक्ष्य बनाया है. 


पहली बार चुनाव जीते हैं किरण सिंहदेव 


किरण सिंहदेव ने अपनी राजनीति की शुरुआत जनता युवा मोर्चा से की थी. जिसके बाद उन्होंने लगातार संगठन में काम किया है. किरण सिंहदेव जगदलपुर शहर के महापौर भी रह चुके हैं. 2023 में पहली बार जगदलपुर विधानसभा सीट से उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा और  29 हजार 834 वोटों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की है. उन्होंने कांग्रेस के जतिन जायसवाल को हराया है. किरण सिंहदेव देव रियासत कालीन जमींदार परिवार से आते हैं. 


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