चुन्नीलाल देवांगन/रायपुरः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की वरिष्ठ नेता वृंदा करात छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने रायपुर में हो रहे धार्मिक आयोजन को लेकर कहा कि बाबाओं के बारे में मेरी टिप्पणी सही नहीं है. मैं बाबाओं की पोल खोलती हूं तो परेशानी होने लगती है. वहीं धर्मातरण को लेकर कहा कि इसे छत्तीसगढ़ में चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है. इसमें भाजपा के लोग जुड़े हुए हैं. 


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जानिए क्या कहा CPI नेता वृंदा करात ने!
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कहा कि इस बार हमारे आने का मकसद है. हम पार्टी की तरफ और आदिवासी अधिकार मंच की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल बस्तर के नार्थ इलाके में गए थे. इन जगहों पर हाल ही में कई ऐसी घटनाएं घटी है. जिसमें विशेष समुदाय के लोगो पर हमले हुए है. आज पूरे देशभर के आदिवासियों के सामने जल, जंगल और जमीन का मुख्य मुद्दा है. ऐसा लग रहा आदिवासियों के दो समुदायो के बीच विवाद है. जो चिंता का विषय है. गरीब तबकों पर धर्म के नाम पर हमले हो रहे हैं. इस पर एकजुटता और सच्चाई जानने के लिए हम लोग गए थे. 


प्रशासन और अधिकारी से पीड़ित हैं आदिवासी संगठन
CPI नेता वृंदा करात ने कहा कि हमने पिछले 3 दिनों में 100 से अधिक लोगों से बैठक की है. जिसमें आदिवासी संगठन, प्रशासन के अधिकारी और पीड़ित थे. हम जिस निष्कर्ष पर पहुंचे है. उसे हम मुख्यमंत्री को मिलकर देंगे. हमे जांच में पता चला, इस सरकार के एक भी मंत्री मौके पर नही पहुंचे थे. किसी भी नेता का यह कर्तव्य होता है. उन्हें जाकर सच्चाई जाननी थी. लोगों को एकजुट करने का प्रयास करना था. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कोई भी मंत्री मंडल के लोग नही गए. 
आदिवासी यहां सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है. हमे नाम न बताने पर पूरी घटनाक्रम की जानकारी दी जाती है. वहां की स्थिति बहुत बुरी हो चुकी है. वहां धर्मांतरण का जो माहौल बना हुआ है, उसे लेकर अधिकारियों से पता लगाया. जिसमें एक भी एफआईआर, एक भी शिकायत नहीं की गई है. आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत है वीडियो है. मामला कोर्ट तक भी पहुंच गया है. हमने अधिकारियों से भी कार्रवाई के बारे में पूछा, लेकिन अधिकारी कहते हैं. हम जांच कर रहे हैं. हमे सवाल संतोषजनक नहीं लगा. इसीलिए हमने मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है.


धर्मांतरण को लेकर कही ये बात!
पूर्व राज्यसभा सांसद वृंदा करात ने छत्तीसगढ़ में हो रहे धार्मिक आयोजन को लेकर उन्होंने कहा कि बाबाओं के बारे में मेरी टिप्पणी सही नहीं है. हमारे देश में विज्ञान पर विश्वास किया जाता है. अवैज्ञानिक तरीका देश को हमेशा हानि ही पहुंचाएगा. हम विज्ञान पर विश्वास करते है. मैं बाबाओं की पोल खोलती हूं. तो परेशानी होने लगती है. किसी भी मंच में गलत तरीके से बगैर सबूत धर्मांतरण की बात उठाई जाती, मैं उसका कट्टर विरोध करती हूं. किसी भी धार्मिक मंचों से धर्मांतरण का मुद्दा उठाकर, बिना सबूत के बातें करें, ये समाज के लिए सही नहीं है. इसका मैं विरोध करती हूं. छत्तीसगढ़ में जो मुद्दा नहीं है. उसे चुनाव के मद्देनजर मुद्दा बनाया जा रहा है. इस पूरे घटना पर भाजपा के लोग जुड़े हुए है.


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