भोपालः छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज विधानसभा सदस्य के रूप में  विधायक पद की शपथ ले ली है. राज्य सरकार के कई मंत्रियों, विधायकों, कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कमलनाथ को विधायक पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कांवरे, संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे. बता दें कि हाल ही में सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के विवेक साहू (बंटी)को चुनाव हराया था. इससे पहले 17 दिसम्बर को कमलनाथ ने मप्र के मुखमंत्री पद की शपथ ली थी.


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तब कमलनाथ छिंदवाड़ा से सांसद थे. वे विधानसभा के सदस्य नहीं थे. अब चुनाव जीतने के बाद वे शपथ लेकर विधानसभा के सदस्य बन गए है. दरअसल, नियम के मुताबिक मुख्यमंत्री की शपथ कोई लेता है और वह विधानसभा का सदस्य नही है तो छह महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य होना जरुरी है. जिसकी अवधि 16 जून को समाप्त हो रही है. इसी के चलते हाल ही में हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा सीट से चुनाव लड़ा था और विजयी हुए. शपथ के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा आज मैंने विधानसभा के सदस्य के रूप में पहली बार शपथ ली है. यह सही है कि मैंने लोकसभा के सदस्य के रूप में कई बार शपथ ली है.


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दोनों लोकतंत्र के पवित्र मंदिर हैं. मैंने 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. आज मैंने विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली है. हमारी पहली प्राथमिकता है कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी कदमों के साथ प्रदेश के किसानों को खुशहाल बनाना. आज 70% से अधिक लोग कृषि व्यवस्था से जुड़े हैं. कृषि व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है. किसानों के सम्मान को बढ़ाना, उन्हें उनकी उपज का सही दाम दिलाना, उन्हें आत्मनिर्भर व कर्ज मुक्त बनाना, हमारा पहला लक्ष्य है. दूसरा हमारा प्रमुख लक्ष्य है, नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराना.