भोपालः देश के दिल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आज 62वां जन्मदिन है. अपने जन्मदिन से एक दिन पहले 4 मार्च को CM शिवराज ने प्रदेश की जनता के नाम पत्र लिखा. उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से जनता को पौधारोपण का संदेश देते हुए कहा कि उनके जन्मदिन पर फूलमाला और बुके भेंट करने के बजाय अगर प्रदेशवासी पौधे लगाएंगे तो उन्हें ज्यादा खुशी होगी. मुख्यमंत्री ने अपने जन्मदिन के मौके पर सरकारी आवास में बिल्वपत्र का पौधा लगाया. 



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PM मोदी ने भी दी बधाई



गृह मंत्री अमित शाह ने दी बधाई



केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी बधाई



भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दी बधाई



पूर्व CM कमलनाथ और वीडी शर्मा ने दी बधाई
CM शिवराज के जन्मदिन पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व CM कमलनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा समेत कई बड़े नेताओं ने शुभकामनाएं दीं.



वीडी शर्मा ने दीं शुभकामनाएं



कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने भी दी बधाई



यहां पढ़े CM शिवराज ने अपने प्रदेश वासियों के लिए क्या लिखा


प्रिय बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,


5 मार्च को मेरा जन्मदिन है. हमेशा संकल्प यही रहता है कि जीवन का हर क्षण सार्थक हो, अपने लिए नहीं, हम अपनों के काम आयें और अपनी है प्रदेश की जनता.


सरकार के माध्यम से हम सार्थक काम कर ही रहे हैं, लेकिन मन में यह भाव भी आया कि जन्मदिन के अवसर को भी उद्देश्यपूर्ण बनाया जाये. मैंने एक साल तक रोज एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है. धरती हमारी मां है. मां हमें सबकुछ देती है, लेकिन हमें भी मां को कुछ देना है.


पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण पर्यावरण बिगड़ रहा है. धरती की सतह का तापमान लगातार बढ़ रहा है और ऐसा अनुमान है कि 2050 तक ये 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ जायेगा और तब स्थितियां भविष्य के लिए ऐसी बनेंगी कि धरती पर मानव और जीव-जंतुओं का अस्तित्व ही एक समय संकट में पड़ जायेगा.


हम आने वाले संकट को पहचानते हुए पर्यावरण बचाने का सार्थक प्रयास आज से ही करें. पेड़ों से धरती मां का श्रृंगार करना पर्यावरण बचाने का प्रभावी माध्यम है. मेरी सभी से प्रार्थना है कि आप किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं. प्रसन्नता की बात है कि मध्यप्रदेश में वनक्षेत्र लगातार बढ़ा है.



वनक्षेत्र को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें. हम पेड़ लगाएंगे तो अपने लिए ही नहीं, बल्कि प्रदेश, देश और दुनिया के लिए भी लगाएंगे. मेरी प्रार्थना है कि मेरे इस जन्मदिन की खुशी फूलमाला और बुके से स्वागत करके न मनाएं, इसके बजाय एक पेड़ लगाएं. ज़रूरी नहीं है मेरे जन्मदिन पर ही लगाएं.


आप अपने जीवन के किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं. पेड़ है तो प्राणवायु है, प्राणवायु है तो जीवन है. इसलिए वृक्ष भी जीवन है. मैं अपना जन्मदिन पेड़ लगाकर ही मनाऊंगा.



5 मार्च 1959 को बुधनी में हुआ था MP के मामा का जन्मदिन
मध्य प्रदेश के बुधनी में प्रेमसिंह चौहान और सुंदरबाई चौहान के यहां 5 मार्च 1959 को शिवराज सिंह का जन्म हुआ. भोपाल की बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी से उन्होंने गोल्ड मेडल के साथ फिलासॉफी में मास्टर्स की शिक्षा प्राप्त की. 1975 में स्कूली शिक्षा के दौरान पहली बार छात्रसंघ के अध्यक्ष बने. 1976-77 में इमरजेंसी का विरोध करने के लिए कई बार जेल भी गए. 



1992 में विवाह, 2005 में पहली बार बनें CM
1977 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवक बनने के बाद साल 1992 में साधना सिंह के साथ उनका विवाह हुआ. उनके दो पुत्र कार्तिकेय सिंह और कुणाल सिंह हैं. बुधनी से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले शिवराज सिंह चौहान ने 29 नवंबर 2005 को पहली मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. 2018 में कांग्रेस के कमलनाथ की सरकार आने के बाद मार्च 2020 को उन्होंने चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.  


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