शहडोल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 12 पहुंचा, कमलनाथ ने साधा सरकार पर​ निशाना
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शहडोल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 12 पहुंचा, कमलनाथ ने साधा सरकार पर​ निशाना

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बच्चों की मौत पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कांग्रेस की तरफ से दो विधायकों समेत 4 सदस्यीय जांच दल बनाया गया है, जो शहडोल जाकर पीड़ित पक्षों से चर्चा कर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी और कमलनाथ को सौंपेगी.

कुशाभाऊ ठाकरे अस्पताल शहडोल.

शहडोल: शहडोल के कुशाभाऊ ठाकरे अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई (Special Newborn Care Unit) में 6 दिन के अंदर 12 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसमें दो बच्चों की मौत गुरुवार रात को हुई. वर्तमान में अस्पताल में कुल 31 बच्चों का इलाज चल रहा है, 22 बच्चे एसएनसीयू तो 9 पीआईसीयू (Pediatric Intensive Care Unit) में भर्ती हैं. इनमें 6 की हालत नाजुक है. शहडोल जिला अस्पताल के एसएनसीयू और पीआईसीयू में भर्ती बच्चों के इलाज में 22 मेडिकल स्टाफ तैनात हैं.

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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बच्चों की मौत पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कांग्रेस की तरफ से दो विधायकों समेत 4 सदस्यीय जांच दल बनाया गया है, जो शहडोल जाकर पीड़ित पक्षों से चर्चा कर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी और कमलनाथ को सौंपेगी.

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कमलनाथ ने ट्वीट किया, ''मुख्यमंत्री की आपात बैठक और निर्देशों के बावजूद बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. सरकार का रवैया इस मामले में उदासीन बना हुआ है. वहां 5 दिन पूर्व भेजे गए विशेष जांच दल के नाम पर इस मामले में सिफ खानापूर्ति व लीपापोती की गई है. कांग्रेस ने एक जांच दल मौके पर भेजने का निर्णय लिया है.'' कांग्रेस के इस चार सदस्यीय जांच दल में विधायक सुनील सराफ, विधायक विजय राघवेंद्र सिंह, अनूपपुर के कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, शहडोल कांग्रेस अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह शामिल हैं. 

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दरअसल, एसएनसीयू में कुपोषित और कमजोर नवजातों को भर्ती किया जाता है. अगर ऐसे बच्चों को जन्म लेने के बाद अस्पताल पहुंचाने में देरी की गई तो कई बार उनकी मौत हो जाती है. शहडोल जिला अस्पताल प्रशासन का भी यही कहना है कि जिन बच्चों की मौत हुई है वे सभी गंभीर हालत में इलाज के लिए लाए गए थे. आपको बता दें कि जनवरी 2020 में भी शहडोल जिला अस्पताल में एक साथ 8 बच्चों की मौत हुई थी. 

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