ध्रुपद गायक गुंदेचा बंधुओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप, नीदरलैंड की युवती ने फेसबुक पोस्ट से बयां किया दर्द
Advertisement

ध्रुपद गायक गुंदेचा बंधुओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप, नीदरलैंड की युवती ने फेसबुक पोस्ट से बयां किया दर्द

राजधानी भोपाल के प्रतिष्ठित आवासीय संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान के लोकप्रिय गुंदेचा बंधुओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. नीदरलैंड की एक युवती ने फेसबुक पर पोस्ट कर दिवगंत रमाकांत और उनके छोटे भाई अखिलेश गुंदेचा पर ध्रुपद सिखाने के बहाने मानसिक और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

फाइल फोटो

भोपाल: राजधानी भोपाल के प्रतिष्ठित आवासीय संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान के लोकप्रिय गुंदेचा बंधुओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. नीदरलैंड की एक युवती ने फेसबुक पर पोस्ट कर दिवगंत रमाकांत और उनके छोटे भाई अखिलेश गुंदेचा पर ध्रुपद सिखाने के बहाने मानसिक और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है. हालांकि इस बारे में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. इस आरोप के बाद हड़कंप मच गया है. 

फेसबुक ग्रुप की पोस्ट में लगाए गए आरोप
खबरों के मुताबिक ध्रुपद फैमिली यूरोप नाम से एक फेसबुक ग्रुप की पोस्ट के बाद ये आरोप पहली बार सामने आए. गुरुकुल की छात्रा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि रमाकांत और अखिलेश गुंदेचा की धमकियों की वजह से अभी तक हम चुप रहे. संगीत के क्षेत्र में करियर की बात कह कर उनसे समझौता करने को कहा गया. पोस्ट में गुरुओं द्वारा छात्राओं को गलत तरीके से छूने के आरोप भी लगाए गए हैं.

रामाकांत गुंदेचा का हो गया है निधन
छात्रा ने आरोप रामाकांत गुंदेचा पर भी लगाया है. रामाकांत गुंदेचा का निधन 8 नवंबर 2019 को दिल का दौरा पड़ने से हो गया था. वहीं उनके छोटे भाई अखिलेश गुरुकुल में पखावज सीखाते हैं. वे अखिलेश अपने बड़े भाई के साथ संगीत कार्यक्रमों में भी परफॉर्म करते थे. गुंदेचा बंधुओं को 2012 में पद्मश्री और 2017 में संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है.

युवती के आरोप लगाए जाने के बाद ध्रुपद संस्थान भोपाल न्यास की तरफ से सफाई जारी की गई है. फेसबुक पर मिली शिकायत के बाद ध्रुपद संस्थान ने जांच शुरू कर दी है. जांच पूरी होने तक अखिलेश गुंदेचा को संस्थान की गतिविधियों से अलग किया गया है. ध्रुपद संस्थान के अध्यक्ष उमाकांत गुंदेजा ने कहा कि इसकी अंदरूनी जांच शुरू कर दी गई है. इन आरोपों पर हमने अभी तक पुलिस से संपर्क नहीं किया है, क्योंकि आंतरिक कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपनी बाकी है. रिपोर्ट आने जाने के बाद, हम तय करेंगे कि आगे क्या करना है.

ये भी पढ़ें : चावल घोटाला मामला: EOW ने 22 के खिलाफ मामला दर्ज किया, 10 जिलों में 100 टीमें जांच में जुटीं

2004 में हुई थी गुरुकुल ध्रुपद की शुरूआत
आपको बता दें कि ध्रुपद देश के सबसे पुराने शास्त्रीय संगीत प्रारूपों में से एक है. ध्रुपद संस्थान एक आवासीय शास्त्रीय संगीत गुरुकुल है, जिसे यूनेस्को ने अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का दर्जा दिया है.संगीत गुरुकुल ध्रुपद संस्थान की शुरुआत 2004 उमाकांत ने प्राचीन गुरुकुल परंपरा के अनुसार की थी. अभी संस्थान में कुल 19 छात्र हैं, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शामिल हैं. यह ध्रुपद के लिए अकेला गुरुकुल है. 

WATCH LIVE TV: 

Trending news