भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत का पारा बीते सोमवार यानी 2 मार्च से चढ़ा हुआ है. कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, तो दूसरी ओर उनके मंत्रियों के दावे भाजपा के माथे पर बल डाल रहे हैं. कांग्रेस के एक विधायक हरदीप सिंह डंग अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं और एक निर्दलीय समेत दो अन्य कांग्रेसी विधायक भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं. 


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वहीं, दूसरी ओर कमलनाथ सरकार में मंत्री गोविंद सिंह का कहना है कि नारायण त्रिपाठी, शरद कौल सहित भाजपा के अन्य कई विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं. नारायण त्रिपाठी, शरद कौल और संजय पाठक ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर गोविंद सिंह के दावे को और बल दे दिया है. इस बीच गुरुवार को दिल्ली से भोपाल लौटे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने सीएम हाउस पहुंचे. मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात से पहले दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत की.


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'शिवराज फलते-फूलते रहें, लेकिन विपक्ष में'
उन्होंने कहा, 'हजार करोड़ के ई-टेंडरिंग घोटाले पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा भाजपा नेताओं पर कसता जा रहा है. अब वे छटपटा रहे हैं, इसलिए मनमाना पैसा खर्च कर विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं. हनीट्रैप कांड में भी भाजपा के कुछ नेता शामिल हैं.' पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के जन्मदिन पर उनको बधाई न देने पर पत्रकारों ने दिग्विजय सिंह से सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'उन्हें (शिवराज सिंह चौहान) जन्मदिन की हार्दिक बधाई. वह निरंतर फलते-फूलते रहें, लेकिन विपक्ष में.' 


'कमलनाथ सरकार 100 फीसदी सुरक्षित है'
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हरदीप सिंह डंग ने इस्तीफा नहीं दिया है बल्कि स्टेटमेंट दिया है. मध्य प्रदेश में 'ऑपरेशन लोटस' के फेल होने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मैं पहले ही कह चुका हूं ये ऑपरेशन लोटस नहीं बल्कि ऑपरेशन मनी बैक है. इसमें शामिल मैंने जो पांच नाम बताएं हैं, ये सब मलाई खाने वाले हैं. आप सब जानते हैं. 15 साल इनके संपर्क में रहे हैं.' 


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'संजय पाठक ने ज्यादा पैसा कमा लिया है'
भाजपा विधायक संजय पाठक के सीएम कमलनाथ से मिलने पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'ये खुशी की बात है. संजय पाठक के पिता मेरे मित्र रहे हैं. वह मंत्रिमंडल में मेरे साथ मंत्री थे. इससे पहले जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था तो उनके पिता जबलपुर के जिला अध्यक्ष थे. संजय पाठक को मैंने ही जिला परिषद में शामिल कराया था. अब संजय पाठक ने पैसा ज्यादा कमा लिया है, इसलिए भटक गए हैं.' आपको बता दें संजय पाठक की आयरन ओर की दो खदानों को दो दिन पहले ही प्रशासन ने सील किया है.


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