उमा भारती ने महाकाल मंदिर के पुजारी से कहा- `आप मुझे साड़ी गिफ्ट कर दें, अगली बार वही पहन कर आऊंगी`
मंदिर में महिलाओं के लिए तय ड्रेस कोड साड़ी पर बात करते हुए उमा भारती ने कहा कि `अगर पुजारी जी कह रहे हैं तो उनकी भी बात मान्य है. वह मुझे साड़ी गिफ्ट कर दें, मैं अगली बार साड़ी पहन के आ जाऊंगी.`
नई दिल्लीः पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मंगलवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पहुंची थीं, जहां बीजेपी नेता उमा भारती ने बाबा महाकाल के दर्शन किए. इस दौरान उमा भारती हमेशा की तरह सलवार-कुर्ते में महाकाल के दर्शन के लिए गईं, जिसके चलते मंदिर के पुजारी ने उनसे मंदिर के ड्रेस कोड को लेकर सवाल किया. इस पर उमा भारती ने कहा कि 'बाबा महाकाल के दरबार में जींस-टीशर्ट पहनकर आने पर बैन है. मैंने जींस नहीं पहना है.'
मंदिर में महिलाओं के लिए तय ड्रेस कोड साड़ी पर बात करते हुए उमा भारती ने कहा कि 'अगर पुजारी जी कह रहे हैं तो उनकी भी बात मान्य है. वह मुझे साड़ी गिफ्ट कर दें, मैं अगली बार साड़ी पहन के आ जाऊंगी.' इस पर मंदिर के पुजारी ने कहा कि 'यह मेरा किसी व्यक्ति को लेकर सवाल नहीं है. मेरा यह सवाल महाकाल मंदिर की बरसों से चली आ रही परंपरा को लेकर है. मंदिर की परंपरा है कि यहां भस्म आरती, अन्य आरती, पूजा, अनुष्ठान और गृभग्रह में आने से पहले महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को धोती पहनकर आना होता है और इसका पालन सभी को करना चाहिए.'
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बता दें उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती सोमवार को प्राचीन श्रीकालेश्वर महादेव मठ पहुंची थीं. जहां उन्होंने महादेव की पूजा अर्चना की और नंगे पैर चलकर मंदिर तक पहुंचीं. यहां उन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक किया और मंदिर में कपाट बंद करके एकांत में ध्यान भी लगाया.
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उमा भारती ने मां पार्वती की गुफा में भी त्रिवेणी की परिक्रमा की. इस मौके पर मंदिर के पुजारी शांतानंद ने उमा भारती की तरफ से प्रसाद वितरित किया और गांव की सरपंच संगीता ने उन्हें ब्रह्मलीन संत स्वामी सुंदरमुनी की जीवनी की पुस्तक भेंट की.