छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा `बेटे के लिए तलाश रहा था बहू, दुल्हन मुझे सौंप दी`, FIR के बाद से पार्टी में ही हो रहा विरोध
Kawasi Lakhma: बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने विधायक कवासी लखमा को प्रत्याशी बनाया है, एक रैली में उन्होंने टिकट मिलने का राज खोला है, लखमा ने बताया कि पार्टी ने उन्हें कैसे बस्तर सीट पर टिकट दिया है.
Bastar Lok Sabha Seat: 'बेटे के लिए बहू तलाशने गया था, लेकिन पार्टी ने मुझे ही दुल्हन सौंप दी है.' यह कहना है छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा का. दरअसल, उन्होंने यह बयान बस्तर लोकसभा सीट से टिकट मिलने पर दिया है. लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने यह बात कही उससे वह एक बार फिर चर्चा में हैं. बता दें कि कांग्रेस ने इस बार बस्तर लोकसभा सीट पर पीसीसी चीफ दीपक बैज का टिकट काटकर विधायक कवासी लखमा को टिकट दिया है.
बेटे के लिए मांग रहे थे टिकट
दरअसल, कांग्रेस के सीनियर विधायक कवासी लखमा इस बार बस्तर लोकसभा सीट से अपने बेटे हरीश कवासी को चुनाव लड़ाना चाहते थे. उन्होंने बेटे के टिकट दिलाने के लिए दिल्ली तक दौड़ लगाई थी. लेकिन पार्टी आलाकमान ने बेटे की जगह कवासी लखमा को ही बस्तर लोकसभा सीट से टिकट दे दिया. ऐसे में जब बुधवार को नामांकन के बाद जब जगदलपुर के लालबाग मैदान में कवासी लखमा बोल रहे थे, तो उन्होंने बेहद मजाकिया अंदाज में कहा मैं तो अपने बेटे के लिए बहू तलाशने गया था लेकिन पार्टी ने दुल्हन मुझे सौंप दी. लखमा के इस बयान के बाद सभा में ठहाके लगाने लगे.
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पार्टी ने काटा दीपक बैज का टिकट
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बस्तर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. लेकिन पार्टी ने इस बार उनका टिकट काट दिया. दरअसल, टिकट की रस्साकस्सी के दौरान कवासी लखमा दिल्ली तक पंहुचा गए थे, लखमा चाहते थे की पार्टी उनके बेटे हरीश कवासी को टिकट दे, जो वर्तमान में सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में पार्टी ने बीच का रास्ता निकालते हुए 6 बार के सीनियर विधायक कवासी लखमा को टिकट दिया है. ऐसे में कवासी लखमा के इस बयान ने कांग्रेस के अंदर टिकट को लेकर हुई रस्साकसी को भी स्पष्ट कर दिया है.
पार्टी में हुआ था विरोध
सभा के दौरान कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताया, दरअसल, दीपक बैज का टिकट कटने से उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे है. वहीं नोट बांटने के मामले में कवासी लखमा पर एफआईआर भी दर्ज हुई है. जिसके बाद मामले में उनका विरोध और तेज हुआ था. ऐसे में नामांकन दौरान जब लखमा सभा को संबोधित कर रहे थे, तो उन्हें बात का अनुमान था कि बैज समर्थकों की नाराजगी छुपी हुई है, ऐसे में कवासी लखमा जानते है की अगर उन्हें बस्तर में जीत हासिल करनी है तो उन्हें दीपक बैज के गुट को भी साधना होगा. ऐसे में कवासी लखमा ने मंच से कहा दीपक बैज पीसीसी अध्यक्ष हैं इस नाते वे प्रदेश के सबसे बड़े नेता होंगे और उनकी जिम्मेदारी 11 लोकसभा सीट जीतने की होगी.
जगदलपुर से अनूप अवस्थी की रिपोर्ट
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