भोपाल: मध्य प्रदेश में सामूहिक वंदे मातरम पर लगाई गई अघोषित रोक के बाद सोमवार सुबह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई पूर्व घोषणा के मुताबिक मंत्रालय के उद्यान में पहुंचकर वंदे मातरम का गान किया. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अनेक नेता बड़ी संख्या में मंत्रालय के उद्यान में जमा हुए और सभी ने सामूहिक वंदे मातरम का गान किया. इस मौके पर शिवराज ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वंदे मातरम् गान को नए स्वरूप में करने की बात कही है, मगर इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए. 


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बता दें कि राज्य में बीते 13 सालों से माह के पहले कार्य दिवस पर मंत्रालय के उद्यान में सामूहिक वंदे मातरम होते आया है मगर सत्ता परिवर्तन के बाद जनवरी की पहली तारीख को वंदे मातरम नहीं हुआ. इसके चलते भाजपा ने सरकार पर हमला बोला. बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार को यू-टर्न लेकर वंदे मातरम को नए स्वरूप में कराने का ऐलान करना पड़ा. वहीं इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा था कि अगर कांग्रेस को राष्ट्र गीत के शब्द नहीं आते हैं या फिर राष्ट्र गीत के गायन में शर्म आती है, तो मुझे बता दें! हर महीने की पहली तारीख को वल्लभ भवन के प्रांगण में जनता के साथ वंदे मातरम् मैं गाऊंगा.



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अपने ऐलान में कांग्रेस सरकार ने कहा था कि मध्य प्रदेश में अब 'वंदे मातरम्' नए स्वरूप में गाया जाएगा. मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि 'भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ ''वंदे मातरम्'' का गायन होगा. हर महीने के प्रथम कार्यदिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करने वाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे. वल्लभ भवन परिसर में पहुंचने पर राष्ट्र गान 'जन गण मन' और राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' गाया जायेगा. इस कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा.