भारत बंद: मुरैना में उग्र प्रदर्शन में गई युवक की जान, दलित समुदाय पर गोली मारने का आरोप
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) पर आए फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने सोमवार (2 अप्रैल) को भारत बंद का आह्वान किया है
मुरैना: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) पर आए फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने सोमवार (2 अप्रैल) को भारत बंद का आह्वान किया है. देशभर में कई संगठनों के व्यापक प्रदर्शनों ने हिंसा का रूप ले लिया है. इसी हिंसा में मध्य प्रदेश के मुरैना में दलित समुदाय द्वारा एक युवक को गोली मारने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि युवक पीजी कॉलेज में छात्र संघ का सचिव था. उग्र हिंसक प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई. युवक की मौत के बाद मुरैना में माहौल बिगड़ गया. युवक की मौत के बाद मुरैना में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है. साथ ही मध्य प्रदेश के कई अन्य हिस्सों में भी कर्फ्यू और धारा-144 लागू कर दी गई है. देशभर के दलित संगठन एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज हैं.
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पीजी कॉलेज के छात्र संघ का सचिव था राहुल
जानकारी के अनुसार, जिस युवक की मौत हुई है, वह मुरैना के पीजी कॉलेज के छात्र संघ का सचिव राहुल पाठक था. राहुल अपने घर की बालकनी पर खड़ा था. खबर है कि इसी बीच प्रदर्शनकारियों की ओर से चली गोली युवक को लग गई. गोली लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई. राहुल के परिजनों का कहना है कि वह बालकनी में खड़ा होकर प्रदर्शन देख रहा था. परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारियों ने ही उनके बेटे को गोली मारी है. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि युवक की मौत प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में हुई या पुलिस की फायरिंग में हुई है. बताया जा रहा है कि मुरैना में दलित समुदाय के लोगों द्वारा शहर में कई जगह तोड़फोड़ की घटनाएं और हंगामा किया जा रहा है. ट्रेनें रोकने और सड़कों पर जाम लगाने के साथ आगजनी की घटनाओं की भी खबरें पूरे प्रदेश से लगातार आ रही हैं.
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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में दलित और आदिवासी संगठनों द्वारा किए गए प्रदर्शनों ने उग्र रूप अख्तियार कर लिया है. कई जगहों पर पथराव और हिंसक झड़पों की खबरें लगातार आ रही हैं.
गौरतलब है कि केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि SC/ST एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ केंद्र सरकार सोमवार को पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. रविशंकर ने ट्विटर अकाउंट पर यह जानकारी साझा की थी.
बीजेपी के दलित सांसदों ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की मांग की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विरोध जताया है.