भोपालः जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद CRPF जवान अश्विनी कांछी के परिवार को मध्य प्रदेश सरकार ने 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. इसके साथ ही सरकार ने शहीद जवान के परिवार में से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और परिवार को एक आवास देने की भी घोषणा की है. अश्विनी कांछी की शहादत पर बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि 'इस दुख की घड़ी में मध्य प्रदेश शहीद जवान अश्विनी कांछी के परिवार के साथ खड़ा है.' वहीं बेटे की शहादत के बाद शहीद जवान के परिवार सहित पूरे इलाके में मातम छाया है. जब से अश्विनी कांछी की शहादत की खबर आई है पूरा गांव शहीद जवान के घर पर जुटा हुआ है.


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पुलवामा आतंकी हमलाः देश के लिए शहीद हुआ जबलपुर का जवान अश्विनी, घर में था सबसे छोटा


बेटे को याद करते हुए अश्विनी कांछी के बुजुर्ग माता-पिता का हाल बेहाल है. भाई-बहनों को कहना है कि वह घर में छोटा था, लेकिन हम सबका सहारा था. वहीं बेटे को याद करते हुए मां बार-बार बेसुध हो जाती हैं. उनको अभी भी यकीन नहीं हो पा रहा है कि घर का सबसे छोटा और लाड़ला बेटा अब उनके बीच नहीं रहा. जब भी कोई यकीन दिलाने की कोशिश करता है कि अब उनका लाडला बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा तो कहती हैं, दिो दिन पहले ही तो उससे बात हुई थी, ऐसा कैसे हो सकता है.




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बता दें जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के सभी 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों के शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे, इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था. इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कुछ शवों की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई. ये सामान उनके सहयोगी ने पहचाने थे.