कनिराम यादव/आगर-मालवा: आगर-मालवा जिले के आगर में रविवार को 100 साल पुरानी परंपरा का निर्वहन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में शहर के हर वर्ग के लोग एक साथ मंदिर-मंदिर और दरगाहों में पहुंच कर पुजन, आराधना कर मत्था टेका. इस दौरान शहर में साम्प्रदायिक सौहार्द देखने को मिला. अच्छी बारिश और विश्व मंगल के लिए की गई इस पूजा आराधना के दौरान लोगों में खुशी भी देखने को मिली.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सुबह 6 बजे से शुरू हुई पूजा
सुबह 6 बजे से नगर के तेजाजी महाराज मंदिर से पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू किया गया. ढोल नगाड़ों के साथ बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर देव स्थान पहुंचे. यहां उन्हों ने नारियल प्रसाद चढ़ाया. इस दौरान उन्होंने न केवल हिंदू देवी देवताओं का पुजन किया गया, बल्कि रास्ते मे आने वाली हर दरगाह पर भी इत्र आदि चढ़ा कर मत्था टेका और साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए प्रार्थना की.


ये भी पढ़ें: इन मतदान केंद्रों पर दोबारा होगी वोटिंग, आयोग ने किया तारीख का ऐलान


100 साल से निभाई जा रही है परंपरा
पुजा के दौरान मौजूद श्रद्धालुओं के अनुसार करीब 100 वर्षो से अधिक समय से पटेल परिवार सहित धार्मिक आस्था के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी आषाढ़ मास में इस तरह के पुजन का आयोजन करते आ रहे हैं. पुजा का यह आयोजन सुबह से देर शाम तक चलता रहता है. इसमें भारी संख्या में शहर के लोग शामिल होते हैं. हालांकि पिछले दो साल में कोरोना के कारण इस पूजा में लोगों की संख्या सीमित हो गई थी.


  पंचायत चुनाव के दौरान गोलीबारी, देखें वीडियो