राहुल गांधी की यात्रा के दौरान कांग्रेस में शामिल होंगे यह विधायक ? शिवराज सरकार का कर रहे समर्थन
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राहुल गांधी की यात्रा के दौरान कांग्रेस में शामिल होंगे यह विधायक ? शिवराज सरकार का कर रहे समर्थन

Bharat Jodo Yatra: मध्य प्रदेश में 20 नवंबर को भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री होने वाली है. ऐसे में कांग्रेस ने यात्रा की तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी है. प्रदेश के राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज है कि एक विधायक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, विधायक ने खुद इस बात की पुष्टि की है. 

राहुल गांधी की यात्रा के दौरान कांग्रेस में शामिल होंगे यह विधायक ? शिवराज सरकार का कर रहे समर्थन

Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा  (Bharat Jodo Yatra) कुछ दिन बाद ही मध्य प्रदेश में एंट्री करने वाली है, राहुल की यात्रा से पहले ही एमपी में सियासी हलचल तेज हो गई है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश के एक विधायक राहुल गांधी के सामने कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि पार्टी में शामिल होने से पहले ही उनकी आधिकारिक एंट्री कांग्रेस में हो चुकी है. कांग्रेस ने विधायक को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. वहीं विधायक की कांग्रेस में एंट्री से पार्टी के एक दिग्गज नेता के समर्थक नाराज भी हो सकते हैं. जबकि बीजेपी ने भी इस पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. 

निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल 
फिलहाल मध्य प्रदेश में बीजेपी की शिवराज सरकार को समर्थन दे रहे, बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, खुद उन्होंने इस बात की पुष्टि की है, Zee मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ से खास बातचीत करते हुए सुरेंद्र सिंह शेरा ने कहा कि ''मेरे अंदर कांग्रेस का डीएनए है, अगर राहुल गांधी चाहेंगे तो पद यात्रा के दौरान कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लूंगा और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट भी मांगूगा.'' शेरा के इस बायन के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. 

शेरा को कांग्रेस ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी 
भले ही निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अब तक कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही पार्टी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है. कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह शेरा को बुरहानपुर और खंडवा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा की समस्त व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी है, यानि इन दोनों जिलों में भारत जोड़ो यात्रा का पूरा काम निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा देखेंगे. जबकि वह अभी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं, ऐसे में उन्हें कांग्रेस की तरफ से इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी जाना कई संकेत दे रहा है. खास बात यह भी हैं कि सुरेंद्र सिंह शेरा पहले ही यह कह चुके थे कि वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का बुरहानपुर में स्वागत करेंगे. 

शेरा की जिम्मेदारी से अरुण यादव की नाराजगी का डर 
हालांकि सुरेंद्र सिंह शेरा की कांग्रेस में एंट्री से अरुण यादव की नाराजगी भी हो सकती हैं, क्योंकि अरुण यादव और सुरेंद्र सिंह शेरा में छत्तीस का आंकड़ा चलता है. क्योंकि इससे पहले अरुण यादव को 4 नवंबर को कमलनाथ ने बुरहानपुर खड़ंवा खरगोन जिले में यात्रा समन्वयक बनाया था, लेकिन अब बुरहानपुर और खंडवा की जिम्मेदारी सुरेंद्र सिंह शेरा को दे दी गई है, जिससे अरुण यादव के कद कम करने से देखा जा रहा है. हालांकि अरुण यादव को पूरी मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन इस पर बीजेपी ने भी निशाना साधना शुरू कर दिया है. 

बीजेपी ने साधा निशाना 
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के लिए खंडवा और बुरहानपुर यात्रा का प्रभार अरुण यादव की बजाय निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को दिये पर जाने पर गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि "राहुल गांधी की भारत जोड़ो कांग्रेस तोड़ो यात्रा है, खंडवा बुरहानपुर का प्रभार शेरा को दिया है, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि  "हे कमलनाथ, यदुवंशियों से इतनी दूरी क्यों ?. 

अरुण यादव और शेरा में रही अदावत 
दरअसल, कांग्रेस के दिग्गज नेता अरुण यादव और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा के बीच राजनीतिक अदावत रही है. 2019 में खंडवा लोकसभा चुनाव के दौरान भी शेरा ने अरुण यादव के खिलाफ अपनी पत्नी को निर्दलीय उतारने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में उन्होंने ऐसा नहीं किया. लेकिन जब खंडवा में उपचुनाव हुआ तो फिर शेरा अरुण यादव के टिकट में रोड़ा बने थे, इसी के चलते अरुण यादव ने खंडवा उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था. वहीं अब शेरा की एंट्री से अरुण यादव का पार्टी के साथ-साथ राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी उनकी जिम्मेदारी कम हुई है. 

बता दें कि सुरेंद्र सिंह शेरा पहले भी कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय बुरहानपुर से चुनाव लड़े और जीते थे. हालांकि बाद में जब कमलनाथ सरकार बनी थी तो शेरा ने कमलनाथ सरकार को समर्थन दिया था. जबकि अब उनकी कांग्रेस में एंट्री होने वाली है. 

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