हरदा: हरदा जिला अस्पताल परिसर में प्रबंधक के पद पर पदस्थ संविदा कर्मचारी केके राजोरिया को भोपाल लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. उन्होंने यह रुपये जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुभाष जैन से उनकी दर्जनभर फाइलों को निपटाने के बदले मांगी थी.


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रिश्वत के बदले मांग रुपये
डॉ. सुभाष जैन ने बताया कि वे स्वास्थ्य विभाग में जिला क्षय अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं. उनके कामकाज की फाइलें ड्रिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर के पास आती हैं. अभी प्रभारी डीपीएम की जिम्मेदारी केके राजोरिया संभाल रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की फाइलों पर डीपीएम के के राजोरिया ने रिश्वत मांगी थी. जिसके बाद भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवाई थी. इसी को लेकर आज कार्रवाई की गई है.


10 हजार रुपये लिए रिश्वत
आपको बता दें कि डॉ.जैन ने राजोरिया को उनके दफ्तर में दोपहर में करीब साढ़े 3 बजे 10 हजार रुपए दिए, जिसे उन्होंने टेबल के नीचे रख लिया. तभी लोकायुक्त की टीम दाखिल हुई. जिसके बाद रंगे हाथों लोकायुक्त की टीम ने राजोरियो को रिश्वत लेते हुए पकड़ा.


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संघ का जिलाध्यक्ष भी
गौरतलब है कि प्रभारी डीपीएम कृष्णकांत राजौरिया संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों संघ का जिलाध्यक्ष भी है.  इस कार्रवाई से हरदा जिले के सभी विभागों में हड़कंप मच गया था.