Congress ने फिर रखा सिंधिया की दुखती रग पर हाथ, कहा 'PM समझें महाराज को लेकर ये सलाह'
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Congress ने फिर रखा सिंधिया की दुखती रग पर हाथ, कहा 'PM समझें महाराज को लेकर ये सलाह'

Pawan Khera targeted Scindia: ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya scindia) के राहुल गांधी पर तंज कसने के बाद पवन खेरा ने उनके ऊपर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मोदी जी (PM Modi) को ये समझना चाहिए जो कांग्रेस (Congress) का नहीं हुआ वो आपका क्या होगा.

 Congress ने फिर रखा सिंधिया की दुखती रग पर हाथ, कहा 'PM समझें महाराज को लेकर ये सलाह'

Scindia vs khera: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर जमकर हमला किया तो कांग्रेस (Congress)तुरंत बचाव में आ खड़ी हुई. सिंधिया ने कहा कि राहुल सेल्फिश यानि स्वार्थी हैं. वो और कांग्रेस लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने राहुल के सिद्धातों पर भी सवाल उठाए. सिंधिया के सवाल खड़े करने पर पवन खेड़ा (Pawan Khera) उनपर बिफर पड़े. उन्होंने कहा 'यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. सिंधिया जी ये नहीं समझेंगे, अभी नए-नए भाजपा (BJP)में गए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने सिंधिया को लेकर ऐसी बातें कही है जो उनकी दुखती रग पर हाथ रखने जैसा है.  

पवन खेड़ा ने कहा मैं मोदी जी को एक सलाह देना चाहता हूं. जिस व्यक्ति को कांग्रेस ने इतना आगे बढ़ाया, वो अगर कांग्रेस के नहीं हुए तो आपके क्या होंगे. जो व्यक्ति खुद को महाराज कहलाना पसंद करते हैं, वो हमें फर्स्ट सिटिज़न पर सीख ना दें. हमारा संघर्ष लोकतंत्र को बचाने का है. हम मोदी जी को भी ‘महाराज’ के विषय में यही सलाह देना चाहेंगे, कि जो कांग्रेस का नहीं हुआ, वो आपका क्या होगा. 

बेबाकी के लिए मशहूर हैं पवन खेड़ा 
पता हो कि कांग्रेस के दिग्गज नेता पवन खेड़ा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं. वो अपनी ही पार्टी से भी भिड़ जाते हैं और अपने विचार खुलकर रखते हैं. पिछले साल राज्यसभा न भेजे जाने पर पवन खेड़ा कांग्रेस से खासा खफा हो गए थे. उस समय उन्होंने अपनी नाराजगी ट्विटर पर खुलकर जाहिर करते हुए लिख दिया था कि 'शायद उनकी तपस्या में कमी रह गई होगी'. इसी ट्वीट के बाद उनको मीडिया और पब्लिसिटी सेल का चेयरमैन बनाया था.

क्या कहा सिंधिया ने
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस और राहुल गांधी को खूब सुनाई और कहा कि वो लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. व्यक्तिगत कानूनी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बनाया जा रहा है. ये लोकतंत्र की नहीं उनके स्वार्थ की लड़ाई बन गई है. वो संसद को चलने नहीं दे रहे. कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने के बाद ये पहला ही मौका है जब सिंधिया ने इतना खुलकर राहुल गांधी पर हमला किया है.

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